रिसर्च में सामने आया दिल्लीवासियों का ये राज, जान कर आप भी रह जाएंगे हैरान
'शादी डॉट कॉम' के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव रक्षित ने एक बयान में कहा, विवाह अब उतना परंपरागत मामला नहीं रह गया है, जितना पहले होता था. सही जीवनसाथी चुनने की प्रक्रिया के चालक ने परिवार को अपने हिसाब से बदल दिया है, और इसके साथ ही भविष्य के जीवनसाथी के लिए आकांक्षाएं भी बदल गई हैं. (तस्वीर-सोशल मीडिया)
इसके साथ ही, दिल्लीवासी शादी शहर के बाहर करना चाहते हैं. लगभग 79 फीसदी लोग अपना जीवनसाथी दिल्ली से बाहर का चाहते हैं. (तस्वीर-सोशल मीडिया)
जीवनसाथी चुनने के लिए अब समान कार्यक्षेत्र का होना जरूरी नहीं रह गया है. आंकड़ों के अनुसार, 83 फीसदी कुंवारे दूसरे व्यवसाय का जीवनसाथी तलाशते हैं. (तस्वीर-सोशल मीडिया)
हालांकि जब बात समुदाय की आती है तो यह आंकड़ा घट जाता है. मात्र 58 फीसदी कुंवारों ने कहा कि शादी के लिए वे अपने समुदाय को प्राथमिकता देंगे, जबकि 42 फीसदी समुदाय व्यवस्था पर विश्वास नहीं करते. (तस्वीर-सोशल मीडिया)
आंकड़ों के अनुसार, कुंवारे अपने धर्म में शादी करना चाहते हैं, लेकिन इस मामले में समुदाय उनके लिए कोई मायने नहीं रखता है. आंकड़ों में खुलासा हुआ है कि 96 फीसदी कुंवारे अपने धर्म में शादी करना चाहते हैं. (तस्वीर-सोशल मीडिया)
जब बात साथी चुनने की आती है तो दिल्लीवासी खुद के साथ इंसाफ करते नजर आते हैं. जीवनसाथी तलाशने वाली कंपनी शादी डॉट कॉम' ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कुवारों की प्राथमिकताओं पर आधारित रोचक जानकारियों का खुलासा किया है. (तस्वीर-सोशल मीडिया)