इस टीचर के बदन से आती है मछली जैसी बदबू, अब बुलाते हैं इस नाम से
फोटोः ट्विटर और वीडियो
अब क्रिस्टी के आसपास रहने वाले सभी लोगों को उनकी इस बीमारी के बारे में पता है.
यूं तो क्रिस्टी बहुत हाइजिन मेंटेन करती है लेकिन अब उन्होंने अपने इस डिस्ऑर्डर को स्वीकार कर लिया है. हालांकि जब भी क्रिस्टी के हस्बेंड और दोनों बेटे स्मैल नोट करते हैं वे तुरंत क्रिस्टी को इस बारे में बता देते हैं ताकि वो स्मैल दूर करने के विकल्पों का इस्तेमाल कर सके.
बाद में क्रिस्टी ने 3 साल तक प्रोबायोटिक टैबलेट्स ली और परफ्यूम का इस्तेमाल किया.
क्रिस्टी को 19 साल की उम्र तक भी अपनी इस समस्या के बारे में नहीं पता था.
क्रिस्टी चाहकर भी इस स्मैल को नहीं मिटा सकती. ये स्मैल खासतौर पर क्रिस्टी के सांस लेने पर, यूरिन से और पसीने से आती है. क्रिस्टी खुद इस स्मैल को महसूस नहीं कर सकती लेकिन उनके आसपास रहने वाले लोगों को ये स्मैल आती है.
क्रिस्टी की स्मैल की वजह से स्कूल में भी उनका मजाक उड़ाया जाता था और उन्हें सब स्कूल में क्रिस्टी द टूना कहकर बुलाते हैं.
क्रिस्टी को एक जेनेटिक डिस्ऑर्डर है जिसके तहत क्रिस्टी के शरीर से मछली जैसे बदबू आती है. जिस तरह मरी मछली आसपास होती है क्रिस्टी के बदन से भी वैसी ही स्मैल आती है.
एक ऐसा ही मामला सामने आया है. इंडियाना में रहने वाली 43 वर्षीय क्रिस्टी कोनी पेशे से टीचर है और दो बच्चों की मां है.
कई लोगों को ऐसी बीमारी होती है जिसका इलाज मुश्किल होता है. जबकि कुछ लोगों की बीमारी जेनेटिक होती है.