Republic Day 2023: इंदौर में गणतंत्र दिवस को लेकर फाइनल परेड रिहर्सल पूरी, कल नेहरू स्टेडियम में निकाली जाएगी झांकी
इंदौर में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर होने वाली परेड की तैयारी पूरी हो गई है. नेहरू स्टेडियम में समारोह की फाइनल परेड रिहर्सल की गई. जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट झंडावंदन करेंगे. गणतंत्र दिवस समारोह का मुख्य कार्यक्रम नेहरू स्टेडियम में होगा. कलेक्टर टी इलैयाराजा और पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया. पुलिस जवानों और अर्धसैनिक बलों ने गणतंत्र दिवस पर होने वाले झंडावंदन और परेड सलामी का रिहर्सल किया. गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी कुछ दिन पहले से ही शुरू कर दी जाती है. स्कूली छात्र-छात्रा रंगारंग कार्यक्रमों और मनमोहक झांकियों को पेश करेंगे. एडिशनल कमिश्नर मनीष कपूरिया ने बताया कि इस साल गणतंत्र दिवस पर होने वाला मुख्य कार्यक्रम नेहरू स्टेडियम में किया जाएगा. झंडावंदन प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट करेंगे. 26 जनवरी के मौके पर उत्कृष्ट काम करने वाले पुलिसकर्मियों, अधिकारियों, समाजसेवियों को सम्मानित भी किया जाएगा. पर सम्मानित भी किया जाएगा. हर साल 26 जनवरी को देशवासी बहुत ही उत्साह के साथ गणतंत्र दिवस मनाते हैं. इंदौर में गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम नेहरू स्टेडियम में आयोजित किया जाता है.
अच्छे काम और सेवाओं पर पुरस्कार देने का यही मौका होता है. सम्मान पाने वाले योग्य सरकारी कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है. जिले में गणतंत्र दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया जाएगा. गौरतलब है कि हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. शहर की जनता सहित सरकारी स्कूलों के छात्र भी गणतंत्र दिवस समारोह का हिस्सा बनते हैं. पुलिस परेड और मनमोहक झांकियों का आनंद लेने के लिए जनप्रतिनिधि समेत हजारों की तादाद में लोग पहुंचते हैं. हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह देश भर में उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है.
इंदौर के नेहरू स्टेडियम में गणतंत्र दिवस के सुबह कार्यक्रम होगा. इस स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया जाएगा.हमें 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी, लेकिन भारत एक गणराज्य इसके करीब ढाई साल बाद 26 जनवरी 1950 को बना. इसी दिन हमें वो हथियार या फिर कहें आधार मिला, जिसको आधार बनाकर आज भारत दुनिया का नेतृत्व करने की हैसियत में आ गया है. वो आधार था हमारा संविधान, भारत के नागरिकों का संविधान. 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान पूरी तरह से लागू हो गया. और तभी से इस दिन को हम गणतंत्र दिवस (Republic Day) के रूप में मनाते हैं.
भारत का संविधान करीब 60 देशों के अध्ययन के बाद तैयार किया गया था. संविधान के बनने में दो साल 11 महीने 18 दिन लग गए. संविधान में कई देशों के संविधान में समाहित तत्वों को लिया गया है इसके बावजूद इसकी अपनी अलग खासियत है. हमारा संविधान दुनिया में अनोखा है और वो बहुत सारी विशेषता हैं जो इसे बाकी देशों के संविधान से अलग करता है.