Property Loan: प्रॉपर्टी लोन लेना है तो कैसे EMI के जाल में लंबे समय तक ना फंसे रहें, जानें काम की खबर
प्रॉपर्टी लोन वह क्रेडिट है, जो एक यूजर को किसी भी लोन फ्री प्रॉपर्टी के अगेंस्ट बैंक या लोन देने वाली संस्था की ओर से दिया जाता है. लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी को इसलिए पसंद किया जाता है कि इसके जरिए हासिल फंड का यूज किसी भी तरह की जरूरत के लिए किया जा सकता है. इसमें पैसों के इस्तेमाल को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं होता. जैसे आप अपने बच्चों की शादी, हायर एजुकेशन, बिजनेस के विस्तार के लिए या अपने लोन के पेमें के लिए इस फंड को यूज कर सकते हैं.
अगर आप प्रॉपर्टी लोन ले रहे हैं तो संपत्ति की 60 फीसदी वैल्यू तक आपको लोन मिल सकता है लेकिन कुछ बैंक और फाइनेंस कंपनियां आपको इससे ज्यादा वैल्यू यानी 70-80 फीसदी तक भी लोन दे सकती हैं.
कुछ लैंडर आपको ओवरड्राफ्ट की सुविधा देते हैं जिससे आपको ये सुविधा मिलती है कि जितनी आपने रकम खर्च की है उतनी ही पेमेंट करनी होती है. हालांकि लोन लेने पर इंटरेस्ट रेट नौकरीपेश और कारोबारियों के लिए अलग-अलग होती है तो इस बात का अच्छी तरह ध्यान रखें
ज्यादातर प्रॉपर्टी लोन 15 साल से ज्यादा की अवधि के लिए होते हैं तो आप ये कोशिश करें कि 15 साल से कुछ ही साल ज्यादा आपके लोन का टेन्योर बने जिससे आप बहुत लंबे समय तक कर्ज और EMI के जाल में न फंसे रहें.
इंटरेस्ट रेट की बजाए इस बात भी ध्यान दें कि बैंक के प्री-पेमेंट फीस, फोर-क्लोजर फीस, देरी से लगने वाले पेनल्टी आदि कैसे हैं और आपके हित में हैं या नहीं.