Highway Construction: 12 महीने में नया रिकॉर्ड बनाने का टारगेट, लेकिन 9 महीने में नहीं हो पाया आधा भी काम
सरकार ने इस वित्त वर्ष के दौरान रिकॉर्ड 13,800 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण करने का लक्ष्य तय किया है. चालू वित्त वर्ष 31 मार्च को समाप्त हो रहा है. अप्रैल से नए वित्त वर्ष की शुरुआत हो जाएगी.
अभी दिसंबर 2023 तक के यानी चालू वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों के आंकड़े उपलब्ध हैं. पहले 9 महीनों में सिर्फ 6,216 किलोमीटर लंबाई का निर्माण हो पाया है.
इसका मतलब हुआ कि पहले 9 महीने में एनएच बनाने के लक्ष्य का सिर्फ 45 फीसदी हासिल हो पाया है. बचे 3 महीनों में बाकी 55 फीसदी निर्माण का काम हो पाना काफी मुश्किल है.
यह हाल तब है, जब सरकार ने सड़कों के निर्माण के लिए अपने खजाने खोले हुए हैं. सरकार ने रिकॉर्ड 2.16 लाख करोड़ रुपये के कैपेक्स का प्रावधान किया है. फिर भी पहले 9 महीनों में निर्माण कछुए की रफ्तार से हुआ है.
हालांकि पिछले साल की तुलना में रफ्तार ठीक है. पिछले साल दिसंबर महीने तक सिर्फ 5,744 किलोमीटर नेशनल हाईवे का ही निर्माण हो पाया था.
पिछले वित्त वर्ष के दौरान अंतिम तीन महीने में काफी तेजी से काम हुआ था और पूरे वित्त वर्ष में सरकार ने 10 हजार किलोमीटर से ज्यादा लंबाई के निर्माण को अचीव करने में कामयाब हुई थी.
वित्त वर्ष 2022-23 में 10,331 किलोमीटर एनएच का निर्माण हुआ था, जबकि टारगेट 12,500 किलोमीटर का था. उससे पहले वित्त वर्ष 2021-22 में 10,457 किलोमीटर का निर्माण हुआ था.