FD vs Debt Fund: क्या है डेट म्यूचुअल फंड? जानें एफडी के बजाय इसमें निवेश करना क्यों है फायदेमंद
Fixed Deposit vs Debt Fund: पिछले एक साल में रिजर्व बैंक ने कई बार अपनी ब्याज दरों में इजाफा किया है. ऐसे में बैंक की एफडी स्कीम की ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी हुई है. वहीं अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो डेट फंड एक अच्छा और सुरक्षित ऑप्शन है.
डेट फंड एक म्यूचुअल फंड की कैटेगरी का फंड है जहां निवेशकों के पैसे का निवेश बॉन्ड, सरकारी सिक्योरिटी, ट्रेजरी बिल आदि में किया जा सकता है. इस फंड में पैसे सुरक्षित जगह निवेश किए जाते हैं. यह निवेश इक्विटी फंड के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित माना जाता है.
अगर आप एफडी स्कीम और डेट फंड में से किसी एक में निवेश को लेकर कंफ्यूज हैं तो हम आपको दोनों के बीच का फर्क बता रहे हैं.
डेट फंड पर आमतौर पर बैंक एफडी के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिलता है. यह रिटर्न 9 फीसदी के आसपास का हो सकता है. वहीं बैंक एफडी में 1 साल की अवधि में 7 से 8 फीसदी का रिटर्न मिल सकता है.
डेट फंड में पैसों का लॉक पीरियड बैंक एफडी के मुकाबले कम होता है. ऐसे में आप कम अवधि में ज्यादा रिटर्न का लाभ प्राप्त कर सकते हैं.
ध्यान रखें कि बैंक में 5 साल से अधिक की एफडी पर टैक्स बेनिफिट मिलता है, वहीं डेट म्यूचुअल फंड पर अब टैक्स छूट का लाभ नहीं मिलता है.
डेट फंड पर होने वाले गेन्स पर आपको इनकम टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स देना होगा. वहीं एफडी स्कीम पर भी यहीं नियम लागू होता है.