Retirement Plan: रिटायरमेंट के बाद चाहिए मोटा फंड तो इन स्कीम्स में करें निवेश! जानें सभी के डिटेल्स
Investment Tips: 60 साल के बाद हर नौकरीपेशा व्यक्ति की इनकम का सोर्स खत्म हो जाता है. ऐसे में घर के खर्च को पूरा करने के लिए नौकरी में ही कुछ निवेश स्कीम्स में इन्वेस्ट करना बहुत जरूरी है. इससे बाद में लोगों के पास पैसों की कमी नहीं होगी.
आज हम आपको कुछ ऐसी स्कीम्स के बारे में जानकारी देने वाले हैं जिसे खासतौर पर लंबी अवधि के लिए बनाया गया है जिससे आप बाद में मोटा फंड रिटायरमेंट के वक्त प्राप्त कर सकते हैं. इसके साथ ही इन स्कीम्स में आपको टैक्स छूट का लाभ भी मिलेगा.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक ऐसी स्कीम है जिसमें पैसे निवेश करके आप मोटा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.पीपीएफ स्कीम में आप 15 साल के लिए पैसे निवेश कर सकते हैं जिसे बाद में आप अपनी जरूरत के हिसाब से 5-5 साल के लिए बढ़ा भी सकते हैं. इस स्कीम के तहत आप मिनिमम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं.
अगर आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम में 15 साल तक के लिए पैसे निवेश करते हैं तो आपको 1.5 लाख रुपये की सालाना निवेश पर 40.6 लाख रुपये का मोटा फंड मिल सकता है. अगर आप 45 साल की उम्र में निवेश करते हैं तो आपको 40 लाख से ज्यादा का रिटर्न मिलेगा.
EPF के अलावा भी आप पीएफ स्कीम और ज्यादा कंट्रीब्यूट करना चाहते हैं तो आप वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड (VPF) स्कीम में निवेश कर सकते हैं. इस स्कीम के तहत कर्मचारी अपनी इन हैंड सैलरी को कम करके अपने भविष्य के लिए ज्यादा से ज्यादा जोड़ सकता है. इस स्कीम पर भी निवेशकों को 8.1 फीसदी ब्याज दर मिलेगा. बता दें कि यह स्कीम EPF स्कीम का ही एक्सटेंशन है. इस स्कीम में आप निवेश करने के बाध्य नहीं है, लेकिन भविष्य में यह निवेशक को तगड़ा रिटर्न दे सकता है.
अगर आप रिटायरमेंट के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करके टैक्स छूट का भी लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) में निवेश कर सकते हैं. पिछले 10 सालों की बात करें तो ELSS स्कीम ने पूरे 8.5 फीसदी का रिटर्न दिया है.