कभी सिगरेट बेचते थे जैकी श्रॉफ, जानें कैसे बने बड़े पर्दे के जग्गू दादा
'हीरो' फिल्म आने के बाद जैकी श्रॉफ उस समय जवां दिलों पर छा गए और रातोंरात सुपरस्टार बन गए. 'हीरो' फिल्म की बांसुरी की एक धुन आज भी लोगों को गुनगुनाने पर मजबूर कर देती है. 'हीरो' फिल्म की उस धुन पर जैकी श्रॉफ ने धमाल मचाया ही, उनके बेटे टाइगर श्रॉफ ने भी इस गाने पर थिरककर तहलका मचाया था.
जैकी श्रॉफ की ऐतिहासिक फिल्म 'हीरो' 1983 में रिलीज हुई थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड बनाये. इस फिल्म में जैकी श्रॉफ की हेरोइन अभिनेत्री मीनाक्षी शेषाद्रि थीं.
‘स्वामी दादा’ में काम करने के बाद जैकी श्रॉफ पर सुभाष घई की नजर गई, जिन्हे अपनी नै फिल्म 'हीरो' के लिए नए चेहरे की तलाश थी. सुभाष घई ने 'हीरो' के लिए जैकी श्रॉफ को कास्ट कर लिया। ‘हीरो’ से जैकी श्रॉफ इतने पॉपुलर हुए कि अगले दो सालों में उनके पास 17 फ़िल्में थीं.
बताया जाता है कि देव साहब एक बार अपनी गाड़ी से कही जा रहे थे. रास्ते में उन्होंने सड़क किनारे गंदी शर्ट और फटी जींस पहने सिगरेट बेच रहे एक लड़के को देखा। पता नहीं, देव आनद ने उस लड़के में ऐसा क्या देखा कि उस लड़के को अपने ऑफिस बुलवा लिया। उस लड़के को देव साहब ने फिल्म ‘स्वामी दादा’ में 10 मिनट के सीन के लिए कास्ट कर लिया.
80-90 के दशक के सुपरहिट अभिनेताओं में से एक जैकी श्रॉफ कभी सड़क किनारे सिगरेट बेचते थे. उनका लालन-पालन मुंबई की एक चॉल में हुआ था लेकिन तक़दीर ने ऐसे करवट बदली कि सड़क किनारे सिगरेट बेचने वाला बड़े परदे का जग्गू दादा बन गया. जैकी श्रॉफ ने देव आनद की फिल्म ‘स्वामी दादा’ से बॉलीवुड में एंट्री की थी. हालाँकि उन्हें असली पहचान सुभाष घई की फिल्म 'हीरो' से मिली.