एशियन गेम्स 2018: भारत की झोली में तीसरे दिन आए 3 गोल्ड
इन तीन दिनो में अभी तक भारत को कुल 8 पदक प्राप्त हुए, पहले दिन ही अपूर्वी चंदेला और रवि कुमार के मिश्रित स्पर्धा के कांस्य पदक से भारत का खाता खुला, दीपक कुमार ने 10 मीटर एअर राईफल में भारत को रजत पदक दिलाया. दूसरे दिन लक्ष्य ने शूटिंग में रजत पदक जीता और तीसरे दिन अभिषेक वर्मा ने शूटिंग में ही कांस्य पदक औेर भारतीय निशानेबाज संजीव राजपूत ने पुरुषों की 50 मीटर राइफल-3 पोजिशन स्पर्धा का रजत पदक अपने नाम किया।
एशियन गेम्स 2018: एशियन गेम्स का आज तीसरा दिन है, खेल जारी है, और दिन की शुरुआत गोल्ड मेडल से हुई है.भारत के खाते में तीन पदक का इजाफा हुआ है, पुरुषों की 10 मीटर एअर पिस्टल निशानेबाजी में 16 वर्षीय सौरभ चौधरी ने स्वर्ण पदक जीता है. इससे पहले बजरंग पूनिया और विनेश फोगट ने भारत को स्वर्ण पदक दिलाया.
विनेश फोगट- हरियाणा की 23 साल की पहलवान विनेश फोगट ने एशियन गेम्स में गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया। वह लगातार दो एशियाड में पदक जीतने वाली पहली महिला पहलवान बन गई हैं। विनेश प्रसिद्ध रेसलर गीता, बबीता के पिता महावीर फोगट के छोटे भाई राजपाल की बेटी हैं. विनेश की कहानी काफी संघर्ष वाली रही है। जब वह 10 साल की थीं, तभी उनके पिता राजपाल की हत्या हो गई थी। उसके बाद ताऊ महावीर फोगाट ने विनेश को पहलवानी के गुर सिखाए।
सौरभ चौधरी - भारत को 18वें एशियाई खेलों में मंगलवार को यहां पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाजी स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल हुआ। भारत के 16 वर्षीय निशानेबाज सौरभ चौधरी ने पदार्पण करने के साथ ही स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। तीसरे दिन भारत का पहला और अब तक कुल तीसरा स्वर्ण पदक है. सौरभ ने एशियाई खेलों में इस स्पर्धा का रिकॉर्ड तोड़ते हुए कुल 240.7 अंक हासिल किए और सोना जीता।
बजरंग पूनिया- बजरंग पूनिया हरियाणा के झज्झर जिले के खुड्डन गांव के रहने वाले हैं, सात वर्ष की उम्र से ही बजरंग ने कुश्ती का गुर सीखना शुरु कर दिया था. अब बजरंग पूनिया का नया निवास सोनीपत के मॉडल टाउन में है. बजरंग रेलवे में टीटीई के पद पर कार्यरत हैं.