Worship Rules: महिलाओं को पूजा के समय किन बातों का रखना चाहिए ध्यान, गलती करने वालों से दूर हो जाते हैं भगवान
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ का खास महत्व होता है. लेकिन पूजा-पाठ का फल तभी प्राप्त होता है, जब इसे विधि-विधान और नियमानुसार किया जाए. क्योंकि पूजा के दौरान हुई छोटी सी गलती भी कष्टकारी हो सकती है और आपको पाप का भागीदार बनना पड़ सकता है.
वैसे तो स्त्री-पुरुष सभी को पूजा से जुड़े जरूरी नियमों का पालन करना चाहिए. लेकिन हिंदू धर्म में महिलाओं के लिए कुछ विशेष नियम बताए गए हैं, जिसका सभी महिलाओं को पालन करना चाहिए. इसलिए खासकर महिलाएं इन नियमों की अनदेखी करने से बचें.
महिलाओं को हर माह मासिक धर्म होता है. ऐसे में पीरियड्स के दौरान उन्हें पूजा-पाठ नहीं करना चाहिए. इनदिनों मंदिर जाने और धार्मिक पेड़-पौधों को छूने की मनाही होती है. यदि कोई जरूरी पूजा या व्रत हो तो आप किसी अन्य व्यक्ति द्वारा करा सकती हैं.
हनुमान जी की पूजा करते समय महिलाओं को उनकी मूर्ति स्पर्श नहीं करनी चाहिए और ना ही सिंदूर या चोला चढ़ाना चाहिए. क्योंकि वे ब्रह्मचारी हैं. महिलाओं को हनुमान जी के पैर भी नहीं छूना चाहिए.
महिलाओं के पूजा-पाठ में नारियल नहीं फोड़ना चाहिए. इसका कारण यह है कि शास्त्रों में नारियल को एक बीज के समान माना गया है, जिससे कि नया वृक्ष उत्पन्न होता है. शास्त्रों में स्त्री को जननी कहा गया है, क्योंकि स्त्री संतान को जन्म देती है. मान्यता है कि स्त्री द्वारा नारियल फोड़ने से उसे संतान संबंधी समस्या आती है. हालांकि आप पूजा में नारियल चढ़ा सकती हैं.
शनि देव की पूजा करते समय भी महिलाओं को कुछ नियमों का पालन करना चाहिए. महिलाओं को शनि देव के पैर नहीं छूने चाहिए, तेल नहीं चढ़ाना चाहिए और ना ही उनकी आंखों में देखना चाहिए. ऐसा करने से शनि दोष लगता है.