Vastu Tips: घर की इस दिशा पर पड़ता है शनि का प्रभाव, ये गलतियां पड़ सकती है भारी
सभी ग्रहों की अपनी विशेष दिशा होती है. इसी तरह न्याय के देवता और दंडाधिकारी शनि महाराज का प्रभाव घर के पश्चिम दिशा में होता है. यदि आप इस दिशा को अस्त-व्यस्त रखेंगे तो आपको बुरे परिणाम झेलने पड़ सकते हैं.
शनि देव पश्चिम दिशा के स्वामी कहलाते हैं. शनि ऐसे देव हैं तो प्रसन्न हो जाएं तो शुभ फल देते हैं. लेकिन इन्हें क्रूर ग्रह भी माना जाता है और इसलिए शनि देव की दिशा यानी पश्चिम में की गई गलतियां आपको परेशानी में भी डाल सकती है. इसलिए जान लीजिए पश्चिम दिशा में कौन सी गलतियां न करें.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पश्चिम दिशा में रसोईघर बनवाने से बचना चाहिए. इस दिशा में रसोई होने से आर्थिक परेशानियां बढ़ती है और सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है. मान्यता है कि इस दिशा में बने रसोई में हमेशा ही अन्न की कमी रहती है.
साथ ही पश्चिम दिशा मे मंदिर, बालकनी, बाथरूम और बेडरूम भी नहीं होना चाहिए. यदि पहले से ही इस स्थान में ये चीजें हैं तो समाधान के लिए आप कोई जल तत्व वाली चीजें रखें या तस्वीर लगाएं.
पश्चिम दिशा में आप फर्नीचर रख सकते हैं. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि फर्नीचर को बिल्कुल साफ-सुथरा रखे. इस स्थान पर टूटे-फूटे फर्नीचर और कबाड़ का सामान नहीं रखना चाहिए. इससे घर की बरकत धीरे-धीरे कम होने लगती है.
शनि घर के पश्चिम दिशा के स्वामी माने जाते हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आप इस दिशा को साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखेंगे तो घर-परिवार पर शनि देव की कृपा सदैव बनी रहेगी. क्योंकि इस दिशा का उचित प्रबंध जीवन में संतुलन लाता है और समृद्धि को बढ़ाता है.