Rules of food: भोजन के ये नियम जानते हैं? शास्त्रों में है मनाही, सेहत पर पड़ेगा बुरा असर!
हिंदू धर्म में स्वास्थ्य को ही सबसे बड़ा धन बताया गया है. अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छे भोजन की जरूरत होती है. जब व्यक्ति संतुलित और पौष्टिक आहार ग्रहण करता है तो उसका मन और मस्तिष्क दोनों बेहतर रहते हैं. लेकिन शास्त्रों में कुछ ऐसे भी भोजन का जिक्र किया गया, जिसको खाना निषेध माना जाता है. ऐसे भोजन को ग्रहण करने से व्यक्ति बीमार होने के साथ साथ शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर भी हो जाता है.
शास्त्रों के मुताबिक जिस भोजन में किसी भी तरह का बाल पड़ा हो ऐसा खाना भूलकर भी नहीं खाना चाहिए. क्योंकि ऐसे भोजन को खाने से घर में कलह और दरिद्रता का वास होता है.
वहीं जिस खाने की थाली को पैर से ठोकर लग जाए, शास्त्रों में उस खाने को नाली में पड़े कीचर के समान माना जाता है. ऐसे खाने को भूलकर भी नहीं खाना चाहिए.
भोजन करते समय आपके खाने की थाली को कोई लांघकर चला जाए तो उस भोजन को ग्रहण नहीं करें. ऐसे भोजन को ग्रहण करने से आपकी सकारात्मक शक्तियां क्षीण हो जाती है. इसके साथ ही ऐसा खाना खाने से आप दरिद्रता के भी शिकार हो सकते हैं.
किसी की जूठी थाली में खाने से आपकी आयु कम होती है. न तो खुद की जूठी थाली में किसी को भोजन दें और ना ही किसी की जूठी थाली में भोजन खाएं. ऐसे भोजन को खाने से ये आपके शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है.