Vastu Shastra: टूटा रिश्ता फिर बनेगा मजबूत, अपनाएं ये 3 वास्तु उपाय और लौट आएगा प्यार का जादू!
हर इंसान चाहता है कि उसकी शादीशुदा ज़िंदगी हमेशा खुशियों, समझदारी और प्यार से भरी हो. मगर कभी के बार सब चीजें ठीक होने के बाद भी रिश्ते में अजीब सी दूरियां आने लगती हैं. इसका कारण केवल मतभेद नहीं, बल्कि घर की ऊर्जा यानी वास्तु दोष भी हो सकता है. जब घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है, तो रिश्तों में प्यार और मिठास अपने आप बढ़ता है. वहीं नकारात्मक ऊर्जा हो तो वे गुस्सा और तनाव का कारण बनता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की दिशा और चीजों का सही जगह पर ना होने से हमारे जीवन और रिश्तों पर गहरा असर पड़ता है. अगर आप अपने रिश्ते में फिर से वही पुराना प्यार और गर्मजोशी महसूस करना चाहते हैं, तो कुछ आसान वास्तु उपाय आपकी मदद कर सकते हैं.
लोगों का ध्यान हमेशा अपने घर की सजावट में रहता है, मगर बेडरूम की दिशा की ओर ध्यान नहीं देते. वास्तु के हिसाब से दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में बना बेडरूम वैवाहिक जीवन के लिए सबसे शुभ माना गया है. ये दिशाएं स्थिरता और भरोसा बढ़ाती हैं. ध्यान रखें कि बेडरूम के दरवाजे के सामने कभी भी कोई टूटा आइटम या दर्पण न हो, वरना यह रिश्तों में मतभेद पैदा कर सकता है.
बेड और रंगों का चयन भी जीवन में अहम भूमिका निभाता है. लकड़ी का साधारण रेक्टेंगुलर बेड सबसे शुभ माना गया है. गोल या अनियमित आकार के बेड रिश्ते में अस्थिरता लाते हैं. साथ ही बेड के नीचे किसी भी तरह का सामान न रखें ताकि वहां की ऊर्जा प्रवाह में बाधा न आए. कमरे की दीवारों पर हल्के गुलाबी, हरे या आसमानी रंग का उपयोग करें. यह रंग मन को शांत और रिश्तों को मधुर बनाते हैं.
रिश्तों में संतुलन बनाए रखने के लिए बेडरूम में चीजें हमेशा जोड़ी में रखें. जैसे दो तकिए, दो लैंप या दो शोपीस. यह एकता और तालमेल का प्रतीक है. अगर चाहें तो कमरे में रोज क्वार्ट्ज क्रिस्टल भी रख सकते हैं, जो प्यार और पॉजिटिव एनर्जी बढ़ाने में मदद करता है.
ध्यान रखें कि बेडरूम में कभी भी टूटी या उदास पेंटिंग न लगाएं. ऐसी तस्वीरें या वस्तुएं अनजाने में मानसिक तनाव और नकारात्मकता लाती हैं. यदि घर का वातावरण सकारात्मक रहेगा, तो न केवल रिश्तों में प्यार बढ़ेगा, बल्कि परिवार में सुख और सामंजस्य भी बना रहेगा.