Daily Life Vastu: भोजन करते समय दिशा का रखें ध्यान, वरना हो सकता है भारी नुकसान! जानें सही दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार भोजन करने की दिशा निर्धारित की गई है. गलत दिशा में भोजन करने से शरीर के साथ आत्मा भी प्रभावित होती है. शास्त्रों के मुताबिक जैसे घर बनाते समय सही दिशा का महत्व होता है, ठीक वैसे ही भोजन भी सही दिशा में करना चाहिए. सही दिशा में भोजन करने से सेहत, मानसिक शांति और समृद्धि बनी रहती है. आइए जानते हैं किस दिशा में भोजन करना सही और किस दिशा में गलत होता है.
मनुस्मृति और वास्तु शास्त्र के मुताबिक भोजन करते समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना चाहिए. पूर्व दिशा सूर्य की भी दिशा है, जहां से ऊर्जा और प्राण शक्ति प्राप्त होती है. पूर्व की ओर मुख करके खाना खाने से पाचन क्रिया भी बेहतर रहती है साथ ही आयु में भी वृद्धि होती है.
भोजन करते समय उत्तर दिशा की ओर मुख करना भी शुभ माना जाता है. स्कंद पुराण और वास्तु शास्त्र के मुताबिक उत्तर दिशा कुबेर की होती है, जो धन और समृद्धि के देवता हैं. इस दिशा में भोजन करने से परिवार में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है.
पश्चिम दिशा की ओर मुख करके भोजन करने से शास्त्रों में तटस्थ विचार देखने को मिलता है. कहने का मतलब इस दिशा में बैठकर भोजन करने न तो बहुत लाभ होता है और न ही बड़ा दोष देखने को मिलता है. हालांकि लंबे समय तक पश्चिमी दिशा की ओर मुख करके भोजन करने से मानसिक बेचैनी और अस्थिरता की समस्या हो सकती है.
वास्तु शास्त्र और गरुड़ पुराण के अनुसार दक्षिण दिशा की ओर मुख करके कभी भी भोजन नहीं करना चाहिए. इस दिशा में भोजन करना वर्जित माना गया है. दरअसल दक्षिण की दिशा यमराज की होती है. इस दिशा को मृत्युलोक की ओर जाने वाला मार्ग भी कहा जाता है. दक्षिण दिशा की ओर मुख करके भोजन करने से सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने के साथ शारीरिक रोगों की भी समस्या होती है.
वास्तु शास्त्र के मुताबिक भोजन करने के लिए सबसे शुभ दिशाएं पूर्व और उत्तर दिशा है. पश्चिम और दक्षिण दिशा में बैठकर भोजन करने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जो व्यक्ति के धन, शरीर, मन और मस्तिष्क पर गहरा प्रभाव डालता है.