Vaishakh Amavasya 2024: आज वैशाख अमावस्या पर भूलकर भी न करें ये काम, पितर हो जाएंगे नाराज
वैशाख अमावस्या पर ब्रह्म मुहूर्त में तीर्थ स्थल पर नदी या घर में ही गंगाजल डालकर स्नान करना चाहिए. दोपहर में पितृ पूजन करना चाहिए और शाम को पीपल के नीचे तेल का दीपक लगाकर शनि चालीसा का पाठ करना चाहिए. इससे हर कष्ट दूर होता है.
वैशाख अमावस्या पर पितरों के नाम जल, वस्त्र, अन्न, फल, सफेद वस्त्र, बर्तन, फल, जमीन, गोवंश, सोना आदि का दान करना चाहिए. इससे पूर्वजों की आत्मा तृप्त रहती है. पितृ दोष खत्म होता है. दान हमेशा निस्वार्थ भाव से करें. कभी खराब भोजन, फटे कपड़े दान न दें.
वैशाख अमावस्या पर शिव मंदिर जाकर तांबे का नाग चढ़ाएं. इसके बाद वहां बैठकर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें और शिवजी से कालसर्प दोष मुक्ति के लिए प्रार्थना करें. कालसर्प दोष से हो तो जीवन में समस्याएं कभी खत्म नहीं होती. दुर्घटना की आशंका होती है.
वैशाख अमावस्या पर कभी पीपल, तुलसी, वट वृक्ष के पत्ते न तोड़े. तुलसी में लक्ष्मी का वास होता है, इस दिन तुलसी दल तोड़ने से धन हानि होती है.
अमावस्या के दिन भूलकर भी पशु-पक्षी को तंग न करें. न ही किसी बुजुर्ग, जरुरतमंद, का अपमान न करें. ऐसा करना पर घर की सुख-शांति छिन जाती है. परिवार में क्लेश होते हैं.
वैशाख अमावस्या पर तामसिक भोजन न खाएं, ब्रह्मचर्य का पालन करें. ये तिथि पितरों को याद करने वाली मानी जाती है, इसलिए पूर्वजों को याद करें.