Vaikuntha Chaturdashi 2024: बैकुंठ चतुर्दशी पर कर लें ये काम, नहीं सेहनी पड़ेगी यम की यातनाएं
बैकुंठ चतुर्दशी के विशेष दिन पर शिवलिंग का दूध से अभिषेक करें और 1 लाख बार ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें. एस्ट्रोलॉजर अनीष व्यास के अनुसार इससे वैवाहिक जीवन में चल रही परेशानी खत्म होती है.
बैकुंठ चौदस वाले दिन श्रीहरि ने 1000 स्वर्ण कमल के फूलों से महादेव की पूजा की थी जिससे शिव जी बेहद प्रसन्न हुए थे. ऐसे में इस दिन कमल का फूल श्रीहरि को जरुर चढ़ाएं. मान्यता है इससे 14000 पाप कर्म मिट जाते हैं.
कहते हैं कि पृथ्वीलोक पर रहने वाले प्राणी को इस दिन व्रत और जगत के पालहार की पूजा करने से मृत्यु के बाद यमलोक की पीड़ा नहीं सेहनी पड़ती. ऐसे में बैकुंठ चतुर्दशी पर फलाहार व्रत करें.
बैकुंठ चतुर्दशी पर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना बेहद फलदायी होता है. मान्यता है कि इसके फल स्वरूप व्यक्ति को बैकुंठ धाम में स्थान मिलता है.
बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु को बेलपत्र चढ़ाने चाहिएं. वहीं इस दिन भगवान शिव को तुलसी दल अर्पित करें. यह एकमात्र ऐसा दिन है जब शिव जी पर तुलसी के पत्ते अर्पित किए जा सकते हैं. इससे व्यक्ति की तरक्की में आ रही बाधाएं दूर होती हैं.
बैकुंठ चतुर्दशी पर बैलपत्र और आंवला का पेड़ की भी पूजा करें. इससे घर में लक्ष्मी जी का वास होता है. इन्हें दूध और जल से सींचें.