Vaikuntha Chaturdashi 2023: नवंबर में इस दिन खुलेंगे बैकुंठ के द्वार, कर लें ये 5 उपाय, हर परेशानी होगी दूर
कहते हैं कि जिसे धरती पर ही स्वर्ग जैसा सुख चाहिए उसे बैकुंठ चतुर्दशी पर दूध से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए. इस दौरान 1 लाख बार ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें. इससे समस्त भौतिक सुख प्राप्त होंगे. मृत्यु के बाद मोक्ष मिलता है.
बैकुंठ चतुर्दशी पर ही शिव जी ने करोड़ों सूर्यों की कांति के समान वाला सुर्दशन चक्र विष्णु जी को दिया था, जिसे सर्व शक्तिशाली हथियार माना जाता है. ये हरि-हर के मिलन का दिन है. इस खास दिन पर शिव जी को तुलसी दल और विष्णु जी को बेलपत्र जरुर चढ़ाएं. इससे तरक्की में आ रही बाधाएं समाप्त हो जाती हैं.
मान्यता है कि बैकुंठ चतुर्दशी के दिन जो लोग एक हजार कमल के फूलों से विष्णु जी की पूजा करते हैं उन्हें स्वर्ग में स्थान मिलता है.
वैकुंठ चौदस पर ऊं अं वासुदेवाय नम: मंत्र का 108 बार जाप करते हुए श्रीहरि की पूजा करें. इससे धन लाभ मिलता है. घर में बरकत आती है.
आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं, सुख-समृद्धि छिन गई है तो बैकुंठ चतुर्दशी पर एक पीले रंग के कपड़े में 5 हल्दी की गांठ, एक चांदी या कोई भी सिक्का और एक पीले रंग की कौड़ी रखकर, उस कपड़े में गांठ लगाकर पोटली बना लें. अब भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें और पूजा के बाद उस पोटली को अपने घर के मंदिर में ही रखा रहने दें. इससे धनागमन के रास्ते खुलते हैं.