Guru Vakri 2025: वक्री गुरु का 120 दिनों तक असर, कर्क और मिथुन राशि में रहकर बदलेंगे इन राशियों की तकदीर
ज्ञान, समृद्धि, आध्यात्मिक आदि के कारक गुरु का ज्योतिष में विशेष महत्व होता है. खाकर गुरु जब वक्री अवस्था में होते हैं, तो सभी राशियों पर इसका असर पड़ता है. बता दें कि 11 नवंबर 2025 से 11 मार्च 2026 तक गुरु वक्री रहेंगे.
आज 11 नवंबर रात 10:11 से गुरु कर्क राशि में वक्री यानी उल्टी चाल चलेंगे. इसके बाद 5 दिसंबर 2025 से वक्री अवस्था में ही मिथुन राशि आ जाएंगे. वक्री अवस्था में गुरु कई राशियों की किस्मत बदल देंगे.
ज्योतिष में गुरु की वक्री चाल को रिव्यू, री-ओरिएंटेशन और पिछली बातों के समाधान का समय माना जाता है. ऐसे में गुरु के वक्री चाल से निश्चित तौर पर कुछ राशियों को समय बदलने वाला है. आइए जानते हैं गुरु की वक्री चाल से साल के अंत और शुरुआत में किन राशियों के लिए शुभ रहने वाली है.
मेष राशि- गुरु आपकी राशि से चौथे भाव में वक्री होंगे. इस दौरान कार्यों में सफलता मिलेगा और अधूरे कार्य पूरे होंगे. कार्यक्षेत्र में कोई बड़ा पद भी मिल सकता है. साथ ही मान-सम्मान भी बढ़ेगा.
कर्क राशि- गुरु का वक्री होना आपके लिए अनुकूल रहेगा. इस दौरान आपके द्वारा किए कार्यों में सफलता मिलेगी. अगर लंबे समय से नौकरी या पदोन्नति की तलाश में हैं तो यह इच्छा भी पूरी हो सकती है.
मीन राशि- उल्टी चाल चलते हुए गुरु आपके लिए शुभ साबित होंगे. करियर-कारोबार में अपार सफलता के योग बनेंगे और कोई बड़ी डील भी हाथ लग सकती है. इस दौरान मकान-वाहन का सुख भी मिल सकता है.