Navratri 2023: नवरात्रि में भूल से भी नहीं करने चाहिए ये 10 काम, माता हो जाती हैं क्रोधित
नवरात्रि के 9 दिन बहुत पवित्र होते हैं इस दौरान लहसुन-प्याज से युक्त भोजन न करें. पौराणिक मान्यता है कि जहां राहु-केतु का रक्त गिरा था वहीं से लहसुन-प्याद की उत्पत्ति हुई है. इसलिए इसे अशुद्ध माना जाता है. इसके सेवन से नवरात्रि की पूजा का फल नहीं मिलता.
नवरात्रि में काले रंग के कपड़े, चमड़े की बनी बेल्ट, नहीं पहनना चाहिए. नौ दिन तक दाढ़ी, नाखून, बाल न काटें. इससे व्रती को दोष लगता है. बिस्तर पर न सोएं. भूल से भी शारीरिक संबंध न बनाएं. कहते हैं मां दुर्गा की पूजा में तन-मन दोनों शुद्ध होना जरुरी है.
नवरात्रि में काले रंग के कपड़े, चमड़े की बनी बेल्ट, नहीं पहनना चाहिए. नौ दिन तक दाढ़ी, नाखून, बाल न काटें. इससे व्रती को दोष लगता है. बिस्तर पर न सोएं. भूल से भी शारीरिक संबंध न बनाएं. कहते हैं मां दुर्गा की पूजा में तन-मन दोनों शुद्ध होना जरुरी है.
अगर नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाई है तो उसमें निरंतर तेल या घी डालते रहें. आखिरी दिन इसे स्वत: ही बुझने दें, खुद से फूंक मारकर न बुझाएं. दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं तो इसका उच्चारण सही करें, नहीं तो माता के क्रोध का प्रकोप झेलना पड़ सकता है.
नवरात्रि में कन्या, महिला, बुजुर्ग, पुश-पक्षियों को बेवजह परेशान न करें. किसी असहाय को मानसिक और शारीरिक तौर पर चोट न पहुंचाएं. इससे देवी नाराज होती हैं.