Shani Sade Sati: शनि की साढ़ेसाती, जीवन में कितनी बार आती है ? जानें
शनि की साढ़ेसाती अर्थात 7 साल तक कुछ राशियों को शनि का तीव्र वेग झेलना पड़ता है. शनि जिस राशि में विराजमान होते हैं, उसपर और उसके एक राशि आगे और एक राशि पीछे पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाती है.
साढ़ेसाती के समय शनि दंडनायक बन जाते हैं. जिन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती लगी है उन्हें आर्थिक, मानसिक और शारीरिक तौर पर कष्ट झेलने पड़ते हैं.
शनि 12 राशियों में घूमने में 30 साल का समय लेते हैं, यानि ढाई साल एक राशि में रहते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि की साढ़ेसाती हर व्यक्ति के जीवन में तीन बार जरुर आती है. हर 30 साल बाद मनुष्य को शनि की साढ़ेसाती का सामना करना पड़ता है.
शनि साढ़ेसाती को ढाई-ढाई साल के तीन चरणों में बांटा गया है. शनि की साढ़ेसाती के पहले चरण में मनुष्य को आर्थिक परेशानी होती है, दूसरे चरण का प्रभाव कार्यक्षेत्र और परिवारिक जीवन पर और तीसेर चरण का असर सेहत पर होता है.
साल 2023 में मकर, कुंभ और मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है. शनि की साढ़ेसाती से राहत पाने के लिए शिव जी और हनुमान जी की उपासना श्रेष्ठ मानी गई है.