Shani Jyanti 2025: शनि जयंती पर इन 5 कामों को छोड़ने का लें प्रण, तभी मिलेगी शनि देव की कृपा
झूठ बोलने से बचें: शनि देव न्याय के देवता हैं. यदि आप झूठ बोलते हैं या किसी को धोखा देते हैं, तो शनि की दृष्टि कुपित हो सकते हैं. शनि जयंती पर सत्य और ईमानदारी का संकल्प लेने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और आपकी कुंडली में शनि के दोष भी शांत होते हैं.
काले रंग का दुरुपयोग न करें: काला रंग शनि का प्रतिनिधि है,परंतु इसका गलत उपयोग जैसे टोटके या किसी के खिलाफ प्रयोग करना आपके भाग्य को प्रभावित कर सकता है.इस दिन काले वस्त्र दान करना और इसका सही प्रयोग करना शुभ होता है.
मांस-मदिरा से दूरी बनाएं: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि ग्रह तामसिक प्रवृत्तियों से अप्रसन्न होते हैं.मांसाहार और शराब जैसी आदतें शनि की दृष्टि को क्रूर बना सकती हैं.शनि जयंती पर इनका त्याग कर आत्मशुद्धि का संकल्प लें.
अहंकार और क्रोध का त्याग करें:शनि विनम्रता और धैर्य के प्रतीक हैं.यदि आपके स्वभाव में अहंकार और क्रोध है,तो शनि की दशा या साढ़ेसाती में कष्ट मिल सकता है.शनि जयंती पर आत्मसंयम का व्रत लेने से शनि की दृष्टि सौम्य हो सकती है.
अनुशासनहीनता से दूर रहें: शनि एक कठोर गुरु हैं और जीवन में अनुशासन को अत्यंत महत्व देते हैं.यदि आप आलसी हैं या जीवन में कोई दिशा नहीं है, तो शनि की दशा में रुकावटें आ सकती हैं.शनि जयंती पर अनुशासित जीवन का प्रण लें.
पिता या बड़े बुज़ुर्गों का अनादर न करें:शनि पितृकारक ग्रह हैं.उनके कोप से पितृदोष भी उत्पन्न हो सकता है.शनि जयंती पर माता-पिता और वृद्धजनों के प्रति श्रद्धा और सेवा का संकल्प लेना अत्यंत पुण्यकारी होता है.
कर्ज और उधारी में धोखाधड़ी न करें:ज्योतिष में शनि कर्ज और न्याय से जुड़े हैं.किसी से लिया हुआ धन चुकाने में धोखाधड़ी करना शनि को क्रोधित कर सकता है.शनि जयंती पर आर्थिक पारदर्शिता और जिम्मेदारी का व्रत लें.