Shani Jayanti 2023: शनि जयंती पर ये 5 राशियां कर लें खास उपाय, साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रकोप से मिलेगी राहत
मकर राशि वाले शनि जयंती पर 5 बार शनि स्तोत्र का पाठ करें, इससे आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा. सेहत बेहतर होगी और नौकरी में उन्नति में आ रही अड़चने खत्म होंगी.
कुंभ राशि वाले अभी शनि की साढ़ेसाती में आर्थिक और मानसिक परेशानियां झेल रहे हैं. नौकरी में तनाव की स्थिति है. ऐसे में शनि जयंती पर कुंभ राशि वालों को शनि मंदिर में सरसों से तेल से शनि की शीला पर अभिषेक करना चाहिए, एक मुठ्ठी काले तिल अर्पित करें. निरंतर माता-पिता की सेवा करने. मान्यता है इससे शनि प्रसन्न होंगे.
ज्येष्ठ अमावस्या पर उत्तर भारत में शनि जयंती मनाई जाती है. इस बार ज्येष्ठ अमावस्या तिथि 18 मई 2023 को सुबह 09:42 से 19 मई को रात्रि 09:22 तक रहेगी. इस दिन शनि देव की पूजा के लिए सुबह 07.11 से 10.35 तक मुहूर्त है. वहीं शाम को पूजा करने के लिए 05.25 से रात 07.07 मिनट तक अच्छा मुहूर्त रहेगा.
जिन लोगों की कुंडली में शनि की महादशा चल रही है खासकर उन्हें शनि जयंती पर शनि देव को प्रसन्न करने के लिए पूजा उपया करना चाहिए. मान्यता है इससे शनि की पीड़ा से राहत मिलती है. अभी मकर, कुंभ और मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती और वृश्चिक, कर्क वालों पर शनि की ढैय्या चल रही है.
मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण चल रहा है जो धन, व्यापार में समस्याएं पैदा करता है. इन परेशानियों से राहत पाने के लिए मीन राशि वाले शनि जयंती पर शमी के पत्ते शनि देव को अर्पित करें और जरुरतमंदों को काला तिल, वस्त्र, छाता दान करें.
कर्क और वृश्चिक राशि वाले शनि जयंती पर काले उड़द पीसकर उसके आटे की गोलियां बनाकर मछलियों को खिलाएं. साथ ही शाम को पीपल के पेड़ के नीचे तिल या सरसों के तेल का दीपक जलाकर शनि मंत्र का 108 बार जाप करें. इससे मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी. धन हानि नहीं होगी.