Shani Amavasya 2022: शनि साढ़े साती, ढैय्या से परेशान हैं तो शनि अमावस्या को कर लें ये उपाय, बरसने लगेगी कर्मफलदाता की कृपा
Shani Amavasya 2022: अमावस्या तिथि जब शनिवार को पड़ती है तो उसे शनि अमावस्या कहते हैं. शनि अमावस्या का योग बहुत कम बनता है. भादो में शनिवार को अमावस्या का संयोग अब दो साल बाद यानी 2025 में बनेगा.अमावस्या तिथि पितरों को वहीं शनिवार शनि देव को समर्पित है. ऐसे में शनि देव की पूजा और उपाय करने से शनि दोष से छुटकारा मिल सकता है.
शनि अमावस्या पर शनि रक्षा स्त्रोत का पाठ करें. इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और भक्तों को कष्ट नहीं देते. जिनकी कुंडली में साढ़े साती चल रही है उनके लिए ये पाठ बहुत लाभदायक है.
शनि दोष से पीड़ित जातक स्नानादि के बाद शनि अमावस्या पर शनि देव को सरसों का तेल, काला तिल अर्पित करें. मान्यता है इससे शनि की महादशा से राहत मिलती है
शनि देव जरूरतमंदों की मदद करने से बहुत जल्दी प्रसन्न होते है. शनि अमावस्या पर निस्वार्थ भाव से गरीबों को सामर्थ्य अनुसार दान करें. इस दिन गुड़ से बनी चीजों का दान करने से साढ़े साती के प्रकोप से बचा जा सकता है.
अमावस्या पर पितरों की शांति के लिए कौए को भोजन देना पुण्यकारी माना जाता है. कौआ शनि देव का वाहन है. ऐसा करने से शनि देव की कृपा भी बरसती है. साथ ही इस दिन काले कुत्ते को मीठी रोटी खिलाने से ढैय्या के अशुभ प्रभाव कम होते हैं.