Shadi ke upay: विवाह में क्यों आती है अड़चन, इन उपायों से दूर होगी परेशानी बजेगी शहनाई
कुंडली विशेषज्ञ ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के अनुसार कुंडली में चंद्रमा, शुक्र और गुरु की स्थिति कमजोर होने, मंगल दोष और ग्रहण योग होने पर या फिर कुंडली के अष्टम या द्वितीय भाव में पाप ग्रह होने और सप्तम भाव पीड़ित होने पर विवाह में बाधाएं आती हैं.
सही उम्र में उत्तम वर या वधू का मिलना सौभाग्य की बात होती है. लेकिन कुछ लोगों की शादी में अड़चन पैदा होती है, जिससे माता-पिता भी चिंता में रहते हैं. लेकिन ज्योतिष में बताए गए कुछ उपायों को करने से विवाह में आ रही बाधाएं काफी हद कर दूर होती है. इस उपायों से बिगड़े ग्रह अनुकूल बनते हैं.
कुंडली में शनि के कारण विवाह में अड़चन आ रही हो तो शनिवार के दिन पीपल वृक्ष में जल चढ़ाएं और चौमुखा दीप जलाएं. विवाह संबंधी बाधा को दूर करने के लिए दशरथ कृत शनि स्त्रोत का पाठ करना लाभकारी होता है.
शीघ्र विवाह के लिए स्टफिक यंत्र को गंगाजल से शुद्ध करके पूजा करें और ऊं शुक्र शुक्राय नम: मंत्र का जाप करें. इस उपाय को 16 शुक्रवार तक करने से कुंडली में शुक्र की स्थिति शुभ होती है और शीघ्र विवाह के योग बनते हैं.
कुंडली में गुरु यदि विवाह के लिए बाधक बने तो बृहस्पतिवार का व्रत रख सकते हैं. इस दिन केले वृक्ष और भगवान विष्णु की पूजा करें. साथ ही ऊं बृं बृहस्पतये नम: मंत्र का जाप करें.
कुंडली में मंगल के अमंगल होने पर भी विवाह में बाधाएं आती हैं. इसके लिए मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर जाकर 2 बूंदी के लड्डू, मीठा पान और इचालयी आदि अर्पित करें. गाय को गुड़ और रोटी खिलाएं. ऊं भौम भोमाय नम: मंत्र का एक माला जाप करें. इस उपाय को 21 मंगलवार तक करें.
सूर्य और चंद्र ग्रह के कारण विवाह में अड़चन आ रही है तो सूर्य देव को प्रतिदिन तांबे के लोटे जल दें. जल में रोली, गुड़ और चंदन मिला दें. वहीं सोमवार के दिन ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं. इससे चंद्रमा मजबूत होता है.