Sankashti Chaturthi 2025: संकष्टी चतुर्थी पर गणेश जी की कृपा से कैसे दूर करें जीवन की परेशानियां
हर माह में 2 चतुर्थी तिथि पड़ती है. पूर्णिमा के उपरान्त आने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है.
फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है. इस दिन गणेश जी के द्विजप्रिय स्वरुप सी पूजा-अर्चना की जाती है. साल 2025 में द्विजप्रिय संकष्टी 16 फरवरी, 2025 रविवार के दिन पड़ रही है.
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश जी की पूजा-अर्चना करने से जीवन में आने वाली समस्त प्रकार की विघ्न-बाधाओं का निवारण होता है.
पारिवारिक जीवन में सुख-शांति के लिए घर में गणेश जी की चांदी की मूर्ति स्थापित करें. साथ ही इस दिन गणेश जी को पांच हल्दी की गांठ अर्पित करें.
इस दिन जीवन में सुख-समृद्धि और आर्थिक समस्याओं से मुक्ति के लिए 5 या 11 दूर्वा में गांठ लगाकर लाल कपड़े में बांध दें और गणेश जी को अर्पित करें.
घर-परिवार में खुशहाली के लिए संकष्टी चतुर्थी के दिन जरुरतमंदों को अन्न का दान, वस्त्र, धन का दान करें.