Death Well: धरती पर यहां मिल गया मृत्यु कुआं, क्या है महादेव से संबंध ?
संभल की शाही जामा मस्जिद से महज 280 मीटर की दूरी पर एक प्राचीन कुआं मिला है, इस कुएं का नाम मृत्यु कूप भी बताया जा रहा है. ये संभल के 19 महत्वपूर्ण कूपों में से एक है.
ये मृत्यु कूप मृत्युंजय महादेव मंदिर के निकट स्थित है. कूप का वर्णन स्कंद पुराण में भी किया गया है.
स्कंद पुराण में संभल के इस मृत्यु कूप का जिक्र है. इस कूप के बारे में लिखा गया है कि, विमलेशादुत्तरतः कूपो वै मृत्युसंज्ञकः, अत्र स्नात्वा महाकालार्चनं सकलसिद्धिदम्. अर्थात विमलेश के उत्तर में मृत्यु नामक एक कुआं है. यहां स्नान करने और महाकाल की पूजा करने से सभी सिद्धियां प्राप्त होती हैं.
पौराणिक कथाओं में संभल में 84 कौसी परिक्रमा मार्ग है और इस मार्ग के अंदर 68 तीर्थ है. इसमें 19 कूप का भी जिक्र किया गया.
महादेव को संहार का देवता माना गया है. भोलेनाथ कालों के काल महाकाल है, मान्यता है कि इनकी आराधना से जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति मिलती है.
1978 के दंगे के बाद संभल में कई मंदिर खंडहर हो गए थे और कूपों को ढक दिया गया था. अब यहां खुदाई में कई रहस्य सामने आ रहे हैं.