Ram Navami 2023: इन गुणों के कारण भगवान राम कहलाएं मर्यादा पुरुषोत्तम, इन्हें अपना लिए तो हर संकट हो जाएगा दूर
भगवान श्री राम श्रेष्ठ राजा थे. उन्होंने मर्यादा, करुणा, दया, सत्य, सदाचार और धर्म के मार्ग पर चलते हुए राज किया. इस कारण उन्हें आदर्श पुरुष और मर्यादा पुरुषोत्तम भी कहा जाता है. भगवान राम में अनेक गुण हैं, जोकि हर व्यक्ति में जरूर होना चाहिए.
भगवान श्रीराम में सहनशीलता और धैर्य की परकाष्ठा का विशेष गुण है. इसका पता इस बात से ही चलता है कि कैकयी की इच्छा व आज्ञा से वह 14 वर्ष वनवास के लिए चले गए. अयोध्या का राजा होते हुए भी उन्होंने संन्यासी की तरह जीवन बिताया.
भगवान राम के कई मित्र थे. केवट, सुग्रीव, निषादराज और विभीषण सभी के साथ भगवान राम एक जैसा मित्रता का भाव रखते थे. मित्रों के लिए राम जी ने कई बार स्वयं संकट भी उठाए. भगवान राम की तरह मित्रता निभाने का गुण हर किसी में होना चाहिए.
आदर्श भाई के रूप में रामजी का नाम आज भी लिया जाता है और लोग कहते हैं भाई हो तो राम जैसा. लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न उनके सौतेले भाई थे. लेकिन उन्होंने अपने सभी भाईयों संग सगा सा व्यहार किया. भाईयों के लिए त्याग और समर्पण के लिए भी वे हमेशा तैयार रहे. राम जी जैसा यह गुण हर भाई में होना चाहिए.
भगवान राम राजा होने के साथ ही एक कुशल प्रबंधक भी थे. उनमें सभी को साथ लेकर चलने का गुण था. अपने इसी गुण के कारण उन्होंने अपनी सेना की सहायता से लंका जाने के लिए सेतु का निर्माण किया.
भगवान राम में दयालुता का भी गुण था, जोकि हर किसी में होना चाहिए और आज इसकी अधिक आवश्यकता है. भगवान राम ने अपनी दयालुता के कारण पक्षी, मानव और दानव सभी को आगे बढ़ने का अवसर दिया.