Hindu Dharam: सिर पर चोटी रखने से क्या होता है?
सनातन धर्म में लोग सिर पर चोटी रखते हैं. इसको शिखा कहा जाता है. सिर के जिस स्थान पर चोटी रखी जाती है, उसे सहस्त्रार चक्र कहते हैं.
ऐसी मान्यता है कि सहस्त्रार चक्र के नीचे ही मनुष्य की आत्मा निवास करती है. चोटी रखने से सहस्त्रार चक्र जागृत रहता है.
साथ ही चोटी रखने से बुद्धि, मन और शरीर को नियंत्रण रखने में सहायता मिलती है. इसीलिए सनातन धर्म में लोग चोटी रखते हैं.
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सहस्रार चक्र का आकार गाय के खुर (पैर की उंगलियों) के समान होता है, इसीलिए चोटी भी गाय के खुर के बराबर ही रखा जाता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु बुरा असर दे रहा हो, तो उसे सिर पर चोटी रखनी चाहिए. इससे राहु की दशा में लाभ मिलता है.
ऐसी मान्यता है कि चोटी के 2-3 इंच नीचे आत्मा का स्थान है. इसीलिए इसे रखने से मन बुद्धि पर नियंत्रण रखने में सहायता मिलती है.