Pitru Paksha 2025: पितृ पक्ष में भूलकर भी न बनाएं ये 2 सब्जी, भूखे लौट जाते हैं पितर
पितृ पक्ष 7 सितंबर से 21 सितंबर तक रहेंगे. इस दौरान पूर्वजों की मृत्यु तिथि पर श्राद्ध कर्म के अलावा ब्राह्मण भोजन कराया जाता है, मान्यता है इससे पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है. वह तृप्त रहते हैं.
पितरों के भोजन में कभी भी बंद पत्ता गोभी और कुम्हड़ा की सब्जी नहीं बनानी चाहिए. न ही इसे ब्राह्मण को खिलाएं क्योंकि पितर ये सब्जियां ग्रहण नहीं करते हैं और वह अतृप्त होकर लौट जाते हैं, ऐसे में परिवारजन को दोष लगता है.
पितृ पक्ष अश्विन माह में आते हैं. ऐसे में इस दौरान शकरकंद, मूली, गाजर, शलजम, चुकंदर, अरबी, सूरन इस तरह की सभी सब्जियों को खाने से परहेज करना चाहिए.
पितृ पक्ष अश्विन माह में आते हैं. ऐसे में इस दौरान शकरकंद, मूली, गाजर, शलजम, चुकंदर, अरबी, सूरन इस तरह की सभी सब्जियों को खाने से परहेज करना चाहिए.
चने की दाल, सत्तू, मसूर और उड़द की दाल भी पितृ पक्ष में खाने को मना किया जाता है.
पितृ पक्ष में श्राद्ध के भोजन में भूल से भी प्याज और लहसुन का इस्तेमाल न करें. साथ ही स्वच्छता से भोजन बनाएं, स्नान करने के बाद, चप्पल न पहनें.