Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष में काले तिल से करें ये 4 काम, 7 पीढ़ियां रहेंगी खुशहाल
पितृ पक्ष में रोजाना सूर्योदय से पूर्व जल में काले तिल मिलाकर स्नान करें. काले तिल के उपयोग से शनि दोष भी शांत होता है.
श्राद्ध कर्म में काले तिल का भी विशेष रूप से उपयोग किया जाता है. पूर्वजों के तर्पण के दौरान जल में काला तिल और कुशा का जरुर इस्तेमाल करें, इसके बिना पितरों को मोक्ष प्राप्त नहीं होता, वह जल ग्रहण नहीं कर पाते. मान्यता है तर्पण में तिल का प्रयोग करने पर पूर्वज आने वाली 7 पीढ़ियों को खुशहाली का आशीष देते हैं
पितृ पक्ष के दौरान शाम के समय पीपल के पेड़ की पूजा करें, इस दौरान सरसों के तेल का दीपक लगाकर उसमें काले तिल डालें. पूर्वजों का स्मरण करें, पितृ सूक्त का पाठ करें. इससे परिवार को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है.
घर में क्लेश हो रहे हैं, तरक्की में बाधा आ रही है तो पितृ पक्ष की इंदिरा एकादशी पर दूध में काले तिल मिलाकर पीपल के पेड़ पर अर्पित करें, जल को चढ़ाते समय ॐ भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करें. इससे पितरों को सद्गति प्राप्त होती है और वंशज सुखी रहते हैं.
घर में क्लेश हो रहे हैं, तरक्की में बाधा आ रही है तो पितृ पक्ष की इंदिरा एकादशी पर दूध में काले तिल मिलाकर पीपल के पेड़ पर अर्पित करें, जल को चढ़ाते समय ॐ भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करें. इससे पितरों को सद्गति प्राप्त होती है और वंशज सुखी रहते हैं.
ऋग्वेद के अनुसार पितरों के देवता अर्यमा माने गए हैं. पितृ पक्ष में अर्यमा देव को काले तिल से बने लड्डू का भोग लगा सकते हैं. इस भोग को कुत्ते को खिला सकते हैं. इससे पितरों की आत्मा प्रसन्न होती है.