Papmochani Ekadashi 2024: एकादशी व्रत में इन 5 गलतियों के कारण पुण्य की जगह लगता है पाप
पापमोचनी एकादशी या श्रीहरि से जुड़े किसी भी व्रत में व्रती को काले रंग के कपड़े नहीं पहनना चाहिए. काला रंग नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होता है. ऐसे में एकादशी व्रत में ये गलती न करें.
पापमोचनी एकादशी के दिन साधक को बाल, नाखून आदि भी नहीं कटाना चाहिए. इससे दरिद्रता पैर पसारती है. दुर्भाग्य पीछा नहीं छोड़ता.
धार्मिक मान्यता के अनुसार एकादशी के दिन चावल, चने की शाक, कोंदो, प्याज, लहसुन, मांस मदिका का सेवन भूल से भी नहीं करना चाहिए. इस नियम की अनदेखी करते ही व्रत टूट जाता है साथ ही व्यक्ति पाप का भागी बनता है.
भगवान विष्णु के व्रत में तुलसी बहुत महत्वपूर्ण है. पापमोचनी एकादशी पर श्रीहरि को भोग में तुलसी डालकर अर्पित करें. इसके बिना वह भोग स्वीकार नहीं करते. लेकिन भूलवश भी एकादशी पर तुलसी पत्र न तोड़ें इससे लक्ष्मी जी नाराज हो जाती है. धन हानि हो सकती है.
पापमोचनी एकादशी का व्रत तब तक अधूरा माना जाता है जब तक आप किसी जरूरतमंद को दान-दक्षिणा न दें. साथ ही इस दिन दूसरों के जरिए दिया गया भोजन ग्रहण न करें.
पापमोचनी एकादशी पर व्रत करने वालों के समस्त पाप धुल जाते हैं. पिशाच योनि से मुक्ति मिलती है. पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है