Vidur Niti: मानव की ये 6 आदतें उनके सुखमय जीवन की है सबसे बड़ी बाधा, इनके होने से जीवन हो जाता है नरक
क्रोध: क्रोध व्यक्ति का सबसे बड़ा अवगुण है. व्यक्ति को कभी अधिक गुस्सा नहीं करनी चाहिए. मानव अधिक गुस्से में कुछ ऐसी चीजें कर देता है जिसके नुकसान की भरपाई वह पूरे जीवन में नहीं कर पाता है.
स्वार्थ की भावना: विदुर नीति के अनुसार व्यक्ति का स्वार्थ उसे सारे जीवन दुःख देता रहता है. अगर वह जीवन में सुख-शांति चाहता है तो उसे अपने अंदर त्याग और सर्मपण की भावना रखनी होगी. और स्वार्थ की भावना का परित्याग करना होगा.
मित्रों को धोखा देना: विदुर नीति के अनुसार मित्रों को धोखा देना वाला व्यक्ति कभी मित्र का सुख प्राप्त नहीं कर सकता. विदुर के अनुसार ऐसे लोगों की उम्र बहुत कम होती है.
लालची होना: लालची व्यक्ति कभी सुखी नहीं रह सकता है. इसलिए व्यक्ति को लालच हमेशा के लिए त्याग देना चाहिए.
अति अभिमान/ घमंड: विदुर नीति के अनुसार, व्यक्ति को कभी भी अति अभिमानी अर्थात घमंडी नहीं होना चाहिए. घमंडी व्यक्ति को दुनिया कभी पसंद नहीं करती है. इनकी उम्र कम होती है.
अत्यधिक बोलना : विदुर नीति के अनुसार, इंसान को कभी भी बहुत अधिक नहीं बोलना चाहिए. उसे हमेशा कम और सटीक ही बोलना चाहिए. ऐसे लोग जाने अनजाने कई बार ऐसी बातें बोल देते हैं जिसका खामियाजा उन्हें ताउम्र उठाना पड़ता है. ऐसा इंसान कभी सुखी नहीं रह सकता है.