Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि की पूजा में किन बातों का रखें ध्यान, जानें क्या करें- क्या नहीं
न चढ़ाएं शिव पर ये फल - महाशिवरात्रि के दिन पूजा करते समय शिवलिंग पर नारियल नहीं चढ़ाना चाहिए और ना ही नारियल के पानी से शिवलिंग पर अभिषेक करना चाहिए. नारियल लक्ष्मी जी का स्वरूप है, शिव पूजा में ये वर्जित है.
कैसे करें परिक्रमा - शिवलिंग के जलाधारी को ऊर्जा व शक्ति का भंडार माना जाता है. महाशिवरात्रि पर शिवलिंग का पूजन करने के बाद लिंग की आधी परिक्रमा करें, इसे उलांघना नहीं चाहिए, दोष लगता है. ऊर्जा की हानि होती है.
ये सामग्री शिवलिंग पर नहीं चढ़ाएं - महाशिवरात्रि पर भोलेनाथ को भूलकर भी हल्दी, कुमकुम, लाल रंग के फूल, सिंदूर न चढ़ाएं. शिव पूजा में शंख बजाना और शंख से अभिषेक भी नहीं किया जाता है.
भोग लगाने के नियम - महाशिवरात्रि पर अगर आप काली मिट्टी के पार्थिव शिवलिंग , चीनी मिट्टी के शिवलिंग की पूजा कर रहे हैं तो पूजा में चढ़ाए भोग बांटें नहीं, न ही स्वंय इसका सेवन करें. ये भोग शिव के गणों का होता है, इसे नदी में प्रवाहित कर दें.
व्रत - महाशिवरात्रि का व्रत रखने वाले व्यक्ति इस दिन सात्विक भोजन व फल आदि का सेवन करें. मान्यता अनुसार व्रत का पारण करें. पंचांग अनुसार शिवरात्रि व्रत का पारण 9 मार्च को सुबह 06.37 से दोपहर 03.28 के बीच किया जाएगा.
बेलपत्र चढ़ाने की विधि - 3 पत्तों वाला साबुत बेलपत्र भगवान शिव को अर्पित करें. बेलपत्र को चिकने सतह की तरफ से शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए.