Krishna Heart Mystery: क्या आप जानते हैं यहां आज भी धड़क रहा है श्रीकृष्ण का दिल ?
कृष्ण की लीलाएं आज भी हमें सोचने पर मजबूर कर देती हैं. जन्म से लेकर मृत्यु तक कान्हा से जुड़ी कई ऐसी बाते हैं जो रहस्यमयी है. इन्हीं में से एक है. कान्हा के दिल का आज भी धड़कना.
प्रकृति के नियम अनुसार जिसका जन्म हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है. श्रीकृष्ण की मृत्यु भी आम इंसानों जैसे हुई थी. जब उनके अवतार लेने का लक्ष्य पूरा हो गया तब वह एक पेड़ के नीचे विश्राम कर रहे थे तभी एक शिकारी का तीर उनके पैरों में लगा और वह परलोक सिधार गए.
मृत्यु के बाद पांडवों ने श्रीकृष्ण का अंतिम संस्कार किया. आश्चर्य की बात है कि उनका पूरा शरीर अग्नि में समाहित हो गया है लेकिन दिल धड़कता रहा. इसके बाद पांडवों ने उनका ह्रदय जल में प्रवाहित कर दिया.
कहते हैं कान्हा के हृदय ने लकड़ी के लट्ठे का रुप ले लिया और समुद्र की लहरों के सहारे वो उड़ीसा पहुंच गया. मान्यता है कि श्रीकृष्ण का ह्रदय आज भी उड़ीसा के जगन्नाथ जी की मूर्ति में धड़क रहा है. भगवान के इस हृदय अंश को ब्रह्म पदार्थ कहा जाता है.
हर 12 साल में उड़ीसा के जगन्नाथ जी की मूर्ति को जब बदला जाता है पुजारी की आंखों पर पट्टी बंधी होती है ताकि वह इस ब्रह्म पदार्थ को देख न सके. कहते हैं जो इसे देख लेगा उसकी मृत्यु हो सकती है.