Karwa Chauth 2024: करवा चौथ में आटे के दीये बनाकर ही पूजा करनी चाहिए, जानें वजह
आटे के दीपक को हिंदू धर्म में शुद्ध और पवित्र माना जाता है. वास्तु के अनुसार आटे का दीपक प्रयोग किसी विशेष तरह की मनोकामना की पूर्ति के लिए किया जाता है.
करवा चौथ का व्रत पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आटे के दीये से पूजा करने की मान्यता है इससे पति की उम्र बढ़ती है. कहते जिसकी लंबी उम्र की कामना से आटे का दीपक जलाते हैं उन्हें यमराज की पीड़ा नहीं सहनी पड़ती.
करवा चौथ में भी आटे का दीपक जलने से करवा माता और अन्नपूर्णा माता खुश होती हैं. इसके अलावा आटे का दीपक संकट दूर करने वाला और प्रेम भावना बढ़ाने वाला होता है.
करवा चौथ वाले दिन सुहागिन आटे में हल्दी डालकर गूंथें और फिर इसमें घी डालकर पूजा के समय प्रज्वलित करें. करवा माता से अपनी कामना करें. फिर चंद्रमा की पूजा के समय आटे के दीपक को छलनी में रखें. फिर चांद और पति की छलनी से देखें.
कर्ज से मुक्ति, शीघ्र विवाह, नौकरी, बीमारी, संतान प्राप्ति, खुद का घर, गृह कलह, पति-पत्नी में विवाद, जमीन जायदाद, कोर्ट कचहरी में विजय प्राप्ति के लिए आटे का दीपक जलाने का विधान है.
करवा चौथ व्रत में शाम को पूजा की जाती है. इस साल करवा चौथ की पूजा के लिए शाम 05.46 से रात 07.02 तक शुभ मुहूर्त है. वहीं चंद्रोदय रात 07.54 पर होगा.