Jagannath Rath Yatra 2024: जगन्नाथ मंदिर में अविवाहित जोड़ों को क्यों नहीं जाना चाहिए, बेहद खास है वजह, जानें
जगन्नाथ रथ यात्रा से जुड़ी मान्यता है कि जो भी भक्त इस शुभ रथ यात्रा में शामिल होते हैं उन्हें 100 यज्ञों के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होती है.
पौराणिक कथा के अनुसार एक बार राधा रानी ने जगन्नाथ मंदिर में दर्शन करने की इच्छा जाहिर की. जब राधा जी ने मंदिर में प्रवेश के लिए कदम बढ़ाया तो मंदिर के पुजारी ने उन्हें द्वार पर ही रोक दिया.
राधा रानी ने उनसे इस व्यवहार का कारण पूछा तो पुजारी जी ने बोला कि देवी आप श्री कृष्ण की प्रेमिका हैं. विवाहिता भी नहीं हैं.
ऐसे में मंदिर में श्री कृष्ण की पत्नियों को प्रवेश नहीं मिला तो आपको भी प्रवेश की अनुमति है. राधा जी इस बात पर क्रोधित हुईं.
राधा रानी ने जगन्नाथ मंदिर को लेकर यह श्राप दिया कि अब से कोई भी अविवाहित जोड़ा एक साथ अगर इस मंदिर में प्रवेश करेगा तो उसे जीवन में प्रेम प्राप्त नहीं होगा.
उस घटना के बाद से ही ये मान्यता है कि जगन्नाथ मंदिर में अविवाहित जोड़ो को एक साथ दर्शन नहीं करना चाहिए.