Hanuman Ji: वाराणसी में है हनुमान जी का दिव्य और भव्य मंदिर, यहां से आज तक नहीं गया कोई खाली हाथ
बनारस का प्रसिद्ध संकट मोचन हनुमान मंदिर, जिसके नाम से ही उसका अर्थ दर्शाता है लोगों की परेशानियों और दुख हरने वाला ये मंदिर हनुमान जी के प्राचीन मंदिरों में से एक है.
इस मंदिर का इतिहास बहुत ही पवित्र है. इस मंदिर की स्थापना वहीं हुई है जहां तुलसीदास जी को पहली बार हनुमान जी का स्वप्न आया था.
हर मंगलवार और शनिवार यहां भक्तों का तांता लगता है. हजारों की संख्या में लोग यहां हनुमान जी की दर्शन के लिए पहुंचते हैं.
संत तुलसी दास जी के अंतिम दिनों में बाह में दर्द की तकलीफ शुरु हुई. इस अवस्था में संकट मोचन महराज के समक्ष हनुमान बाहुक की रचना किया था . परम्पराओं की मानें तो कहा जाता हैं कि मंदिर में जो लोग नियमित रूप से हाजिरी लगाते हैं उनपर हनुमान जी की विशेष कृपा होती हैं.
भगवान हनुमान अपने भक्तों को शनि ग्रह के प्रकोप से बचते हैं और जिन लोगों की कुंडलियों में शनि गलत स्थान पर स्थित होता हैं वे विशेष रूप से ज्योतिषीय उपचार के लिए इस मंदिर में आते हैं.