देवउठनी एकादशी आज, जानें पूजा मुहूर्त, देवों को जगाने की सही विधि और नियम
कार्तिक शुक्ल एकादशी 22 नवंबर 2023 को रात 11.03 से शुरू हो जाएगी और अगले दिन 23 नवंबर 2023 को रात 09.01 पर समाप्त होगी.
देवउठनी एकादशी पर पूजा का मुहूर्त सुबह 06.50 से सुबह 08.09 तक है. वहीं इस दिन शाम को शालीग्राम जी की पूजा और देव उठाना उत्तम माना गया है. ऐसे में इस दिन शाम को 05.25 से रात 08.46 तक शुभ मुहूर्त है.
देवउठनी एकादशी के दिन सुबह स्नान के बाद व्रत का संकल्प लें. घर के मंदिर की अच्छी तरह सफाई करें. गंगाजल छिड़कें. अब भगवान विष्णु का जलाभिषेक करें. पंचामृत से स्नान कराएं. गोपी चंदन चढ़ाएं. अन्य देवी-देवताओं के भी वस्त्र बदलें.
दीप प्रज्वलित कर ‘उत्तिष्ठो उत्तिष्ठ गोविंदो, उत्तिष्ठो गरुड़ध्वज। उत्तिष्ठो कमलाकांत, जगताम मंगलम कुरु।।’ इस मंत्र का उच्चारण करते हुए देवों को जगाएं. फिर भोग लगाकर आरती करें. रात्रि जागरण कर श्रीहरि का स्मरण करें.
देवउठनी एकादशी व्रत का पारण 24 नवंबर 2023, शुक्रवार को सुबह 06.51 से सुबह 08.57 मिनट तक करना शुभ रहेगा.