Chawal Ke Upay: चावल के इस उपाय से लक्ष्मी जी होंगी प्रसन्न, बरसेगा धन-धान्य
चावल को देवताओं का अन्न कहा गया है, सभी धार्मिक कार्यो, यज्ञो आदि में चावल महत्वपूर्ण है, इसीलिए खीर सभी देवी-देवों को सर्वाधिक प्रिय है.
देवताओं की पूजा में चावल साबुत होना चाहिए यानी टूटे, कटे, खंडित चावल प्रयोग में काम नहीं लिए जाते. पूर्णिमा के दिन चावल की खीर बनाएं और चंद्र देव, लक्ष्मी जी को इसका भोग लगाएं. ऐसा करने से धन समेत कई लाभ मिलेंगे.
देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए अपने पूजा घर में लक्ष्मीजी की प्रतिमा सौ ग्राम चावल की ढेरी बनाकर उस पर स्थापित करें. यह कार्य आपको किसी भी माह के शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार को करना है.
एक माह तक प्रतिमा को चावल की इसी ढेरी पर विराजमान रख नियमित पूजा करें. अगले माह के शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार को चावल बदल दें. जो चावल प्रतिमा के नीचे रखे थे उनका पक्षियों को चुग्गा डाल दें. धन प्राप्त होने की राह बनेगी.
धन संकट से मुक्ति के लिए चावल का दूसरा उपाय भी कर सकते हैं. इसके लिए किसी माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से प्रतिदिन अपने पूजाघर में लक्ष्मीजी की प्रतिमा पर पांच चावल के दाने चढाएं.
यह क्रम पूरे माह यानी अमावस्या तक चलता रहे. अमावस्या को सारे चावल इकट्ठे कर पक्षियों को चुगने के लिए डाल दें. इसके अलावा हर माह के प्रथम शुक्रवार को खीर बनाकर उसमें केशर व पंचमेवा मिलकर लक्ष्मी जी को नैवेघ रूप से अर्पित करने से भी लक्ष्मी की प्रसन्नता प्राप्त होती है.