Chaitra Navratri 2024: कन्या पूजन के दिन कितनी कन्याओं को बैठाना चाहिए 7 या 9, जानें
नवरात्रि में कन्या पूजन को बहुत महत्व दिया गया है. नवरात्रि के व्रत का समापन कन्या पूजन के साथ किया जाता है. अष्टमी या नवमी तिथि पर आप कन्या पूजन कर सकते हैं.
कन्या पूजन में 9 कन्याओं को बैठना शुभ माना जाता है. 9 कन्याएं 9 देवियों का रूप मानी जाती हैं. इसीलिए कन्या पूजन में 9 कन्याओं का होना जरूरी है.
अगर आप अष्टमी या नवमी के दिन कन्या पूजन करते हैं तो आपको नौ लड़कियों की पूजा करने से मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
ऐसा कोई जरूरी नहीं है कि कन्या पूजन के लिए 9 कन्याओं का होना आवश्यक है अगर आपको नौ कन्याएं मिलने में दिक्कत हो रही है तो 5 या 7 कन्याओं से भी पूजन किया जा सकता है.
कन्या पूजन में कन्याओं को घर बुलाकर बैठाना और खिलाना बहुत शुभ माना गया है. कन्या पूजन में सबसे पहले सभी कन्याओं को वस्त्र दें. उन्हें साफ आसान पर बैठाएं. कन्याओं के पैर धोएं और उनके पांव को लाल रंग से रंगे.
इसके बाद उन्हें भोजन कराएं, उन्हें दक्षिणा या उपहार दें. खाने का भोग मां को लगाएं और उसके बाद कन्याओं को खिलाएं. कन्याओं के साथ एक या दो बालक को भी बैठाने का विधान है. जिसमें एक बालक को भैरव और दौ बालक को गणपति कहा गया है.