भविष्य मालिका की भविष्यवाणी: मनुष्यों के किन पापों से कलियुग की आयु हो रही है काम!
भविष्य मालिका के अनुसार, कलियुग की आयु जितनी बताई गई है, उतनी है नहीं, क्योंकि मनुष्यों के बढ़ते पापों के कारण कलयुग की उम्र अपने आप कम होते जा रही है. मनुस्मृति के अनुसार कलयुग की आयु समाप्त हो चुकी है. यह समय युग संध्या का चल रहा है. वहीं भविष्य मालिका के अनुसार. महापुरुष अच्युतानंद दास ने मनुस्मृति में उल्लेख कलियुग की 4800 वर्ष की आयु को प्रभु के निर्देश में बढ़ाकर 5000 साल बताई है.
महापुरुष अच्युतानंद दास भविष्य पुराण में कहते हैं कि, कलियुग की उम्र 4,32,000 साल है, लेकिन मनुष्यों के पाप कर्मों के कारण इसकी आयु घटकर मात्र 5000 साल ही रह जाएगी. इस समय कलियुग की उम्र 5125 साल चल रही है, जिसका सीधा मतलब है कि, कलियुग की आयु पूर्ण रूप से सामाप्त हो चुकी है.
कलियुग की कम हो रही आयु को लेकर अर्जुन ने भगवान श्रीकृष्ण से सवाल करते हुए पूछा कि, मनुष्य के किन-किन पापों से कलियुग की आयु 5000 साल तक ही सीमित रहेगा? तब भगवान श्रीकृष्ण ने उन पाप कर्मों के बारे में अर्जुन को बताया जिसके कारण कलियुग की आयु कम होगी.
झूठ बोलने से 5000 साल, गंगा में नग्न स्नान करने से 12 हजार साल, पारंपरिक रीति रिवाजों को न मानने से 30 हजार साल, दोस्तों से वैर रखने के कारण 6000 वर्ष, महाविष्णु की मूर्ति पूजा न करने से 17 हजार साल, माता तुलसी की पूजा न करने से 5000 साल, अतिथि का अपमान करने से 6 हजार साल, भाई से नफरत करने से 40 हजार साल, न खाने वाली चीजों को खाने से 8 हजार साल, दूसरों के पैसों पर नजर रखने से 10 हजार वर्ष, गाय को मारने से 1 लाख वर्ष काम होगा.
दान का इस्तेमाल गलत तरीके से करने पर 14 हजार साल, विधवा महिला के साथ गलत काम करने से 24 हजार साल, जीव को मारने से 11 हजार साल, भ्रूण की हत्या पर 7 हजार वर्ष, स्त्री हत्या पाप के कारण 32 हजार साल, गोशाला और श्मशान भूमि को हथियाने से 40 हजार साल, माता को हरण करने से 5000 साल, विश्वासघात करने पर 40 हजार वर्ष और पिता-माता की हत्या करने पर 30 हजार साल कम होगी.