Benefits of Drumsticks: सहजन खाने के फायदों के बारे में शास्त्रों में भी बताए गया हैं, अच्छी सेहत के लिए जरुर खाएं
सहजन यानि मुनगा, मोरिंगा या ड्रमस्टिक इस नाम से भी इसे आप जानते हैं. सहजन आज से नहीं बल्कि हमारे शास्त्रों में भी इसका उल्लेख आता है.
प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में भी इसकी चर्चा की गई है. सहजन के इतने गुण हैं कि हमारे शास्त्रों में इससे 300 रोगों के उपचार का उल्लेख आता है. इसीलिए इसे चमत्कारी पेड़ का नाम किया गया है.
सहजन पेड़ एंटीबायोटिक, एनाल्जेसिक, एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीकैंसर, एंटीडायबिटिक, एंटीवायरल, एंटीफंगल और एंटीजिंग के रूप में काम करता है.
सहजन को उपयोग करने के कई तरीके हैं. आप इसके पत्ते का इस्तेमाल खाना बनाने में कर सकते हैं. साथ ही सहजन की फली को ड्रमस्टिक की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं. वहीं इसके पाउडर का इस्तेमाल कर आप इसे खा सकते हैं.
महान आयुर्वेदिक प्रणेता महर्षि सुश्रुत (Sushruta) ने अपने विश्व प्रसिद्ध ग्रंथ ‘सुश्रुतसंहिता’ में इसकी चर्चा शिशु रोगों के संदर्भ में करते हुए इसके पुष्प से श्रावित होने वाले अमृत तुल्य रस का वर्णन कर उसे मधुपालन के लिए उपयोगी बताया है.