Ashadha Month 2023: आषाढ़ माह में ये एक गलती बनते काम बिगाड़ सकती है, भूल से भी न करें
आषाढ़ के महीने में देर तर सोना वर्जित है. ऐसा करने पर देवी लक्ष्मी रूठ जाती हैं और साधक को आर्थिक मुसीबतों का सामना करना पड़ता है.
आषाढ़ महीने की देवशयनी एकादशी से चतुर्मास शुरू हो जाते है. इसमें भूलकर भी मांगलिक कार्य जैसे विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, जनेऊ संस्कार आदि नहीं करना चाहिए. इन कामों को करने से अशुभता प्राप्त होती है और जीवन मुश्किलों से घिर जाता है. विवाह सफल नहीं होते.
आषाढ़ से बारिश शुरू हो जाती है, ऐसे में जल में जीव-जंतु पनपने लगते हैं. इसलिए खान पान का खास ख्याल रखें. बासी, तला भोजन करने से बचें, नहीं तो पेट संबंधी समस्या घेर लेंगी.
आषाढ़ में हरी पत्तेदार सब्जियां, बेल, मांस, मछली, मदिरा, बैंगन, मसूर की दाल, लहसुन-प्याज न खाएं, इससे व्रत और जप का फल नहीं मिलता. न दिनों गंध युक्त चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह चीजें मन भटकाव, काम भाव बढ़ाने तथा शरीर और मन की अशुद्धता को बढ़ाती है.
आषाढ़ माह में देव सोने के बाद दानवी शक्तियों का जोर रहता है, जो हमारे विचारों पर गहरा असर डालता है, इसलिए इस माह में अपनी वाणी पर संयम रखें, अधिकतर समय पूजा-पाठ में लगाएं इससे असुरी शक्तियां हावी नहीं हो पाएंगी.