एशियाई खेलों में भारत के ध्वजवाहक होंगे नीरज चोपड़ा, जानें इनके बारे में ये बातें
हरियाणा का खंडरा गांव जहां नीरज का जन्म हुआ था, ये गांव अभी भी कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित है, मगर मुश्किलों के बावजूद नीरज ने कड़ी मेहनत से देश को गोल्ड मेडल दिलाया. (फोटो-इंस्टाग्राम)
पानीपत के खंडरा गांव में जन्मे नीरज चोपड़ा का अगर भारतीय रिकार्ड देखें तो अंजू बेबी जॉर्ज के बाद किसी विश्व चैम्पियनशिप स्तर पर एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं. एशियन गेम्स 2014 में ध्वजवाहक हॉकी खिलाड़ी कप्तान सरदार सिंह बने थे.(फोटो-इंस्टाग्राम)
इसके अलावा नीरज ने 2016 में गुवाहाटी, शिलांग में हुए दक्षिण एशियाई खेलों में भी स्वर्ण पदक जीता था(फोटो- इंस्टाग्राम)
ऑस्ट्रेलिया, गोल्डकोस्ट 2018 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में 20 वर्षीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण पदक जीता था. विश्व जूनियर चैम्पियनशिप में वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर का रिकॉर्ड नीरज के नाम है. यह रिकॉर्ड उन्होंने 2016 में पोलैंड में बनाया था.(फोटो- फेसबुक)
भारत के दिग्गज भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा इसी महीने जकार्ता में आज से शुरू होने वाले एशियाई खेलों में भारतीय दल के ध्वजवाहक होंगे. भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) ने शुक्रवार को भारतीय दल के विदाई समारोह में इस बात की घोषणा की. (फोटो- फेसबुक)