क्या सचमुच सप्लीमेंट्स कर देते हैं स्पर्म क्वालिटी बेहतर, जानिए क्या कहती है ये रिसर्च
ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.फोटोः गूगल फ्री इमेज
रिसर्च के नतीजों में बेहद कम फर्क पाया गया. ऐसे में ये रिसर्च सप्लीमेंट इंडस्ट्री पर सवाल उठाती है कि वे क्यों इतने बड़े स्तर पर झूठे वादों के साथ सप्लीमेंट्स को सपोर्ट कर रहे हैं?फोटोः गूगल फ्री इमेज
तीन महीनों के भीतर इन पुरुषों को विटामिन सी, डी3 और ई दिया गया. साथ ही जिंक, फोलिक एसिड, सेलेनियम दिए गए. फोटोः गूगल फ्री इमेज
आमतौर पर माना जाता है कि एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर सप्लीमेंट्स मेल इंफर्टिलिटी का इलाज करने के साथ ही स्पर्म पर पडने वाले दबाव को कम करते हैं.फोटोः गूगल फ्री इमेज
रिसर्च के नतीजों में कोई खास फर्क नहीं पाया गया. ऐसे में शोधकर्ता इस नतीजे पर पहुंचे कि सिर्फ सप्लीमेंट्स के सेवन से स्पर्म क्वालिटी को बेहतर करना संभव नहीं है.फोटोः गूगल फ्री इमेज
रिसर्च में सभी पुरुषों में मेल फर्टिलिटी फैक्टर्स देखे गए, जिसके तहत पुरुषों में लो स्पर्म काउंट देखे गए. स्पर्म की गतिशीलता और स्पर्म की शेप पर भी ध्यान दिया गया. फोटोः गूगल फ्री इमेज
अमेरिका के आठ फर्टिलिटी सेंटर्स में तकरीबन 174 जोड़ियों पर बड़े स्तर पर ये रिसर्च की गई. इसमें सप्लीटमेंट और स्पर्म हेल्थ के बीच संबंध देखा गया.फोटोः गूगल फ्री इमेज
लेकिन हालिया रिसर्च कहती है कि ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है कि सप्लीमेंट्स से पुरुषों के पिता बनने की संभावना बढ़ जाती है. फोटोः गूगल फ्री इमेज