किसानों के लिए रामबाण है कार्बन फार्मिंग, जानिए कैसे ये बड़े काम की चीज है
आजकल खेती में नए-नए तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है. जिसमें से एक कार्बन फार्मिंग भी है. ये खेती वायुमंडल से ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने में मदद करता है. कार्बन फार्मिंग मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार कर सकती है, जिससे वे ज्यादा उपज देने वाली व टिकाऊ हो जाती है.
कार्बन फार्मिंग एक कृषि प्रबंधन प्रणाली है जो मिट्टी में कार्बन को संग्रहित करने पर केंद्रित है. ये वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन से लड़ने का एक तरीका है.
कार्बन फार्मिंग जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करता है. मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करता है. साथ ही बायोडायवर्सिटी को बढ़ावा देता है.
मिट्टी की उर्वरता में कमी की वजह से वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन होता है.
इससे पशुओं के प्रजनन और रखरखाव के कारण मीथेन और नाइट्रस ऑक्साइड का उत्सर्जन भी होता है. उर्वरकों और कीटनाशकों के इस्तेमाल की वजह से नाइट्रस ऑक्साइड का उत्सर्जन होता है.
आसान भाषा में कहा जाए तो कार्बन फार्मिंग एक तरह की कृषि प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य वायुमंडलीय कार्बन को मिट्टी, फसल की जड़ों, लकड़ी और पत्तियों में एकत्र करना है.