जानिए कैसे करते हैं अजवाइन की खेती, किसान कमा सकते हैं बंपर मुनाफा
अजवाइन का उल्लेख आपको वेदों में भी मिलेगा. वेदों में इसे यावनी के नाम से जाना जाता था. आज हर भारतीय रसोई में अजवाइन मिल जाएगी.
अजवाइन में कई तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं. इसकी मदद से आयुर्वेद में पाचन और पेट संबंधी सभी समस्याओं का इलाज किया जाता है.
अजवाइन के इतने औषधीय होने के पीछे काम करते हैं इसके बीजों में पाए जाने वाले थायमोल (Thymol), पार्सलीन (Parsleyne), लिमोनीन (Limonene), अल्फा-पिनीन (Alpha-pinene) और बेटा-पिनीन (Beta-pinene) जैसे तत्व.
अजवाइन की खेती की बात करें तो अजवाइन उष्णकटिबंधीय और खुशकटिबंधीय मौसम में अच्छे से उगाया जा सकता है. इसे आसान शब्दों में समझें तो आजवाइन गर्म मौसम का पसंदीदा पौधा है क्योंकि इस मौसम में इसकी उपज खूब होती है. भारत में इसकी बुआई मार्च से अप्रैल के बीच में कर दी जाती है.
भारत में अजवाइन की खेती की बात करें तो यह देश के हर हिस्से में उगाया जाता है. भारत में इसकी खेती हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना तक में होती है.
बाजार में अजवाइन के बिकने की बात करें तो इसकी कीमत पारंपरिक फसलों से ज्यादा होती है. हर साल बाजार में अजवाइन 15 से 20 हजार रुपये क्विंटल आराम से बिक जाता है.