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E-Nam Application: अब फोन पर होगी फसलों की खरीद-बिक्री, किसानों को ई-नाम एप से मिलते हैं ये शानदार फायदे

ABP Live   |  15 Jul 2022 03:19 PM (IST)
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किसानों को उनकी फसलों का वाजिब दाम मिल सके और कृषि जिसों की खरीद बिक्री किसानों के हित में हो, इसके लिये भारत सरकार ने राष्ट्रीय कृषि बाजार यानी ई-नाम नामक ऑनलाइन स्कीम से किसानों को जोड़ा है. बता दें कि ई-नाम का ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल एप्लिकेशन भी लॉन्च किया गया है, जिससे किसान घर बैठे फसलों के दान, खरीद-बिक्री और भुगतना की सुविधा ले सके.

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भारत सरकार द्वारा लॉन्च किये गये ई-नाम मोबाइल एप के जरिये किसानों को कृषि बाजार में तमाम फसलों की उपज का नया भाव और उपज की बोली लगाने की सुविधा भी मिलती है. ई-नाम मोबाइल एप हिन्दी, अंग्रेजी, गुजराती, मराठी, तमिल, तेलुगु, बंगला और उड़िया समेत अनेक क्षेत्रीय भाषाओं के किसानों को जोड़ा गया है.

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ई-नाम एक इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है, जिसकी मदद से देश की हर छोटी-बड़ी मंडी को जोड़कर संयुक्त नेटवर्क बनाया गया है. ये किसानों को उनकी उपज के लिये संयुक्त कृषि बाजार उपलब्ध करवाता है, जिस पर किसान न सिर्फ फसलों की उपज की बिक्री के लिये बोली लगा सकते हैं, बल्कि अंतिम बोली का मूल्य भी बदल सकते हैं.

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ई-नाम मोबाइल एप किसानों के साथ-साथ मंडी डीलरों, उपभोक्ताओं, व्यापारियों, कमीशन एजेंट और किसान उत्पदाक संगठनों के लिये संयुक्त प्लेटफॉर्म है. इस पर उपज को बेचने के साथ-साथ कृषि व्यापार से जुड़ी जानकारियां भी दी जाती है. ये प्लेटफॉर्म किसानों को शोषण से बचाकर उनकी उपज का वाजिब दाम मिलवाने में मददगार है.

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ई-नाम मोबाइल एपलिकेशन के साथ-साथ ई-नाम पोर्टल पर किसानों के लिये फसलों की खरीद-बिक्री के साथ-साथ भीम यूपीआई के जरिये भुगतान करने की सुविधा भी मौजूद है. यही कारण है कि इस प्लेटफॉर्म को बन नेशन वन मार्केट का नाम दिया गया है, जिस पर देश के ज्यादातर कृषि हितधारक एक साथ जुड़ते हैं और कृषि मार्केटिंग को बेहतर बनाते हैं.

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बता दें कि अभी तक ई-नाम डिजिटल प्लेटफॉर्म से भारत के 18 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों की 1260 मंडियों को जोड़ा जा चुका है. इसमें देश की ज्यादा से ज्यादा मंडियों को जोड़ने का काम जारी है, जिससे देश के हर कोने से किसान ई- कृषि बाजार से जुड़ सके.

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वर्तमान में ई-नाम पोर्टल पर 1.73 करोड़ से ज्यादा किसान, 2.26 लाख व्यापारी और 2,177 किसान उत्पादक संगठन पहले से ही रजिटर्ड हैं. इसके जरिये अभी तक 2 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित रकम का कृषि व्यापार सफलता पूर्वक किया जा चुका है.

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शुरुआत में मात्र 25 कृषि जिसों को ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार से जोड़ा गया था, लेकिन आज 173 कृषि जिसों की खरीद-बिक्री और पुराने-नये भावों की जानकारी संबंधी सुविधा इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद है.

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