गुड़हल का फूल खूबसूरती बढ़ाने के साथ-साथ औषधीय गुणों से भरपूर ,ऐसे करें देखभाल और सालभर पाएं ढेरों फूल
फूल न आने की वजह कम धूप, भारी मिट्टी, गलत तरीके से पानी देना और खाद की कमी अगर थोड़ी समझदारी से इसकी देखभाल की जाए, तो गुड़हल पूरे साल फूलों से भरा रहता है साथ ही इसका फूल बालों को मजबूत, त्वचा को ग्लोइंग और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है.
गुड़हल को रोज 5–6 घंटे की सीधी धूप की जरूरत होती है अगर पौधा छांव में रखा रहे तो पत्तियां तो खूब बढ़ेगी लेकिन फूल कम आएंगे.सर्दियों में कोशिश करें कि पौधा खुले और धूप वाली जगह पर रखा हो.
गुड़हल के लिए हल्की और पोषक मिट्टी सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है इसके लिए 50% बगीचे की मिट्टी, 30% कंपोस्ट और 20% रेत का मिश्रण सबसे अच्छा है यह मिट्टी पानी को रोकती नहीं है और जड़ों को जरूरत के अनुसार हवा मिलने देती है.
गर्मियों में रोज सुबह पानी देना जरूरी है सर्दियों में 2–3 दिन के अंतर पर हल्का पानी देना पर्याप्त रहता है गमले में पानी जमा न हो वरना कलियां झड़ जाती हैं मिट्टी जब ऊपर से सूखी दिखे तभी पानी डालें.
छंटाई से नई टहनियां बनती हैं और उनमें ज्यादा फूल आते हैं हर 6 महीने में हल्की छंटाई करना जरूरी होता है सूखी, जमी हुई या पुरानी टहनियों को हटाने से पौधा फिर से ताजा होकर बढ़ता है छंटाई के बाद पौधे में उर्जा नई शाखाओं पर लगती है और फूल बढ़ जाते हैं.
गुड़हल का उपयोग करना बहुत आसान है इसके ताजे फूलों को बालों में लगाने के लिए पेस्ट बना सकते हैं या नारियल तेल में उबालकर हेयर ऑयल तैयार कर सकते हैं चेहरे के लिए फूलों का हल्का पेस्ट या गुलाबजल में भिगोकर फेस पैक की तरह लगाया जा सकता है सेहत के लिए गुड़हल की चाय बनाकर पीना सबसे आसान तरीका है बस फूलों को पानी में उबालें, छानें और हल्की शहद मिलाकर पी लें यह शरीर को डिटॉक्स करता है और अंदरूनी ताकत बढ़ाता है..