कैसे बत्तख पालकर कमा सकते हैं मोटा पैसा, ये रहा पूरा बिजनेस प्लान
अगर आप अन्य किसानों से अलग कुछ काम करना चाहते हैं और मोटा पैसा कमाना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए काम की है. आज हम आपको एक ऐसी फार्मिंग के बारे में बताएंगे जिसमें आप केवल लाभ ही लाभ प्राप्त करेंगे. हम आज आपको डक फार्मिंग (बत्तख पालन) के व्यवसाय के बारे में बताने जा रहे हैं.
डक फार्मिंग में ज्यादा खर्चा नहीं आता है. बत्तख पालन के लिए जलवायु नम होना जरूरी है. बत्तख को गांव के तालाब, धान और मक्का के खेत में भी पाला जा सकता है. इसकी फार्मिंग के लिए सही तापमान 25 से 35 डिग्री सेल्सियस है.
बत्तख के रहने का बंदोबस्त अच्छा होना चाहिए. इनकी रहने वाली जगह पर शेड बना होना चाहिए. साथ ही थोड़े ऊंचे स्थान पर होना चाहिए. इनके शेड में हल्की धूप व हवा की व्यवस्था भी बढ़िया होनी जरुरी है.
बत्तख शेड के निकट तालाब या फिर धान के खेत होने चाहिए. आप बत्तख पालन के लिए एक ऐसी जगह का चयन करें जहां पर ज्यादा शोर ना हो. शेड पूर्व और पश्चिम में लंबा और उत्तर दक्षिण दिशा में चौड़ा हो. एक शेड से दूसरे शेड की दूरी 20 फीट से कम नहीं होनी चाहिए.
बत्तखों को सूखा खाना नहीं खिलाना चाहिए, ये उनके गले में फंस सकता है. इसके अलावा खाना थोड़ा गीला जरूर हो. बत्तख चावल, मक्का, चोकर, घोंघे, मछली खाना पसंद करती हैं.
डक फार्मिंग में खर्चे की बात करें तो ज्यादा नहीं आता है. 1 हजार चूजों के पालन पर करीब 1 से लेकर डेढ़ लाख रुपये खर्च होता हैं. एक बत्तख साल भर में करीब 300 अंडे देती हैं. बाजार में एक अंडा 8 रुपये से 10 रुपये में बिकता है.